मेहुल चोकसी प्रत्यर्पण प्रक्रिया को धीमा करने के लिए दे रहा है घूस
© AFP 2023 MANJUNATH KIRANPeople waiting to exchange demonitised Indian currency, make enquiries at the closed gates of Reserve Bank of India in Bangalore on January 2, 2017 after acceptence of the banned 500 rupee and 1000 rupee notes at banks and RBI ended two days ago. (Photo by Manjunath KIRAN / AFP)
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मेहुल चोकसी भारत में हुए पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में शामिल था, जिसके बाद वह 2018 में देश छोड़कर भाग गया था।
एक प्रसिद्ध वित्तीय अपराध जांचकर्ता केनेथ रिजॉक के मुताबिक भारत का भगोड़ा उद्योगपति मेहुल चोकसी कथित रूप से प्रत्यर्पण प्रक्रिया धीमा करने के लिए एंटीगुआ में अधिकारियों को घूस दे रहा है।
रिजॉक ने ब्लॉगर पर लिखे लेख में चौंकाने वाले खुलासे किए गए। लेख के मुताबिक भारत द्वारा मेहुल चोकसी को प्रत्यर्पित करने के लिए हिरासत में लेने के इंटरपोल के प्रयासों में अधिकारी हस्तक्षेप कर रहे हैं।
रिजॉक ने अपने वित्तीय अपराध ब्लॉग में आगे लिखा कि चोकसी वरिष्ठ एंटीगुआ पुलिस अधिकारी एडोनिस हेनरी सहित सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देकर एंटीगुआ में अदालती प्रक्रिया को अवैध रूप से बढ़ाने की साजिश रच रहा है। कई गवाहों ने इस बारे में बताया कि कैसे चोकसी और इंस्पेक्टर हेनरी एक दिन में कम से कम तीन बार अल पोर्टो में कथित तौर पर चोकसी के स्वामित्व वाले जॉली हार्बर रेस्टोरेंट में मिले हैं।
लेख में आगे कहा गया है कि हेनरी तक पहुंचने के अलावा, चोकसी ने अवैध भुगतान के माध्यम से एंटीगुआ के मजिस्ट्रेट कोनलिफ क्लार्क को प्रभावित करने की भी कोशिश की है।
रिजॉक यह भी बताता है कि कैसे हीरा व्यापारी एंटीगुआ से क्यूबा भागने में विफल रहा और कैसे उसने विभिन्न तथ्यों के साथ अपनी जानकारी का समर्थन करते हुए अपहरण का परिदृश्य गढ़ा।
एंटीगुआ की एक अदालत ने कथित तौर पर लाखों डॉलर की चोरी करने के आरोप में चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया है। लेख के मुताबिक एंटीगुआ में भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों, न्यायाधीशों और कानून प्रवर्तन एजेंटों को उसकी रिश्वत ने कार्यवाही में देरी की है।
गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल का रेड नोटिस होने के बावजूद चोकसी ने एंटीगुआ में निवेश द्वारा नागरिकता पासपोर्ट प्राप्त किया।
रिजॉक यह भी बताता है कि कैसे हीरा व्यापारी एंटीगुआ से क्यूबा भागने में विफल रहा और कैसे उसने विभिन्न तथ्यों के साथ अपनी जानकारी का समर्थन करते हुए अपहरण का परिदृश्य गढ़ा।
एंटीगुआ की एक अदालत ने कथित तौर पर लाखों डॉलर की चोरी करने के आरोप में चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया है। लेख के मुताबिक एंटीगुआ में भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों, न्यायाधीशों और कानून प्रवर्तन एजेंटों को उसकी रिश्वत ने कार्यवाही में देरी की है।
गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल का रेड नोटिस होने के बावजूद चोकसी ने एंटीगुआ में निवेश द्वारा नागरिकता पासपोर्ट प्राप्त किया।