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एस.जयशंकर: भारत का अगले 15 वर्षों के लिए 7-9% आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य है

© AP Photo / Rajanish KakadeA security guard stands at the entrance of the Reserve Bank of India in Mumbai, India, Oct. 4, 2019.
A security guard stands at the entrance of the Reserve Bank of India in Mumbai, India, Oct. 4, 2019. - Sputnik भारत, 1920, 18.02.2023
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पिछले महीने प्रकाशित अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्ट के अनुसार भारत 2023 में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनेगा, जिस में अनुमानित वृद्धि 6 प्रतिशत से अधिक है।
भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान 7 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करने के अलावा भारत ने अगले 15 वर्षों के लिए 7-9 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा है।

सिडनी में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एस. जयशंकर ने कहा कि "हमने इस साल के लिए 7 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा है, लेकिन हमें उम्मीद है कि अगले पांच वर्षों में इसमें और वृद्धि होगी और निश्चित रूप से हमारी वृद्धि कम से कम डेढ़ दशक तक 7-9 प्रतिशत रहेगी।"

जयशंकर ने तब कहा कि भारत दुनिया में कैशलेस लेनदेनों की सबसे बड़ी संख्या दर्ज करता रहता है।

"अगर आप हमारी कैशलेस लेनदेन और यूपीआई को देखेंगे, तो मुझे लगता है कि हम दुनिया में कैशलेस लेनदेनों की सबसे बड़ी संख्या रिकॉर्ड करते हैं। इसका मतलब है कि लोगों के मान में किसी प्रकार की तकनीकी बदलाव हुई है, और यह वास्तव में बहुत बड़ा अंतर है, "68 वर्षीय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनेता ने बताया।

जयशंकर ने इस पर जोर देकर कहा कि सत्तारूढ दल ने देश के आम नागरिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए डिजिटल भुगतान का प्रयोग किया है।
उन्होंने बताया कि भारत में COVID-19 महामारी के चरम के दौरान अधिकारियों ने सीधे सरकारी प्रणालियों के लाभार्थियों के बैंक खातों में पैसा भेजा था।
जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत यह प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहा है कि देश के आयस्तर के संदर्भ में व्यापक सामाजिक कल्याण प्रणाली बना सकता है। और आय का स्तर 2,000 अमेरिकी डॉलर प्रति व्यक्ति है।
ऑस्ट्रेलिया की अपनी चल रही यात्रा के दौरान भारत के शीर्ष राजनयिक ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस से भी मुलाकात की और दोनों देशों से संबंधित मामलों पर चर्चा की।
जयशंकर ने कहा कि अल्बनीज से उनकी बातचीत "हमारी रणनीतिक साझेदारी की पूर्ण भावना" से संबंधित थी और यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया और भारत में बहुत लोकप्रिय क्रिकेट भी उनकी चर्चा का हिस्सा बना।
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