https://hindi.sputniknews.in/20230306/ostreliyaa-men-khaalistaan-janmt-sangrah-kaa-koii-kaanuunii-aadhaar-nahiin-ostreliyaaii-uchchaayukt-1086664.html
ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान जनमत संग्रह का कोई कानूनी आधार नहीं: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त
ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान जनमत संग्रह का कोई कानूनी आधार नहीं: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त
Sputnik भारत
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल ने सोमवार को कहा कि खालिस्तान जनमत संग्रह का ऑस्ट्रेलिया में कोई भी कानूनी आधार नहीं है।
2023-03-06T20:42+0530
2023-03-06T20:42+0530
2023-03-06T20:42+0530
विश्व
भारत
ऑस्ट्रेलिया
खालिस्तान
सिख
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/0c/485028_0:33:611:376_1920x0_80_0_0_12d28d894988b306bb080db3115224ad.jpg
"भारतीय संप्रभुता का सम्मान अटूट है, तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह कॉल का ऑस्ट्रेलिया में कोई कानूनी आधार नहीं है," बैरी ओ'फारेल ने कहा। मीडिया के मुताबिक संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों में तोड़फोड़ किए जाने के बाद अलगाववादी संगठन की गतिविधियों में तेजी आने की आशंका है। 21 फरवरी की रात ब्रिस्बेन में संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा कथित रूप से भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ करने के बाद चिंताएँ और बढ़ गईं हैं। इससे पहले भी ऑस्ट्रेलिया में जनवरी में तीन दिवसीय थाई पोंगल उत्सव के अवसर पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा मेलबर्न के कैरम डाउन्स उपनगर में श्री शिव विष्णु मंदिर पर बर्बरता की गई ।
भारत
ऑस्ट्रेलिया
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/0c/485028_33:0:576:407_1920x0_80_0_0_7f079f9db8048f5c021072c1b2fa0e7c.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खालिस्तान जनमत संग्रह, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल खालिस्तान पर, खालिस्तान जनमत संग्रह का कानूनी आधार नहीं, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस और पीएम मोदी देखेंगे क्रिकेट मैच
खालिस्तान जनमत संग्रह, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल खालिस्तान पर, खालिस्तान जनमत संग्रह का कानूनी आधार नहीं, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस और पीएम मोदी देखेंगे क्रिकेट मैच
ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान जनमत संग्रह का कोई कानूनी आधार नहीं: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फारेल ने सोमवार को कहा कि खालिस्तान जनमत संग्रह का ऑस्ट्रेलिया में कोई भी कानूनी आधार नहीं है।
"भारतीय संप्रभुता का सम्मान अटूट है, तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह कॉल का ऑस्ट्रेलिया में कोई कानूनी आधार नहीं है," बैरी ओ'फारेल ने कहा।
मीडिया के मुताबिक संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों में तोड़फोड़ किए जाने के बाद अलगाववादी संगठन की गतिविधियों में तेजी आने की आशंका है।
"मंदिरों को निशाना बनने से सबसे ज्यादा स्तब्ध हूं, पुलिस जिम्मेदार लोगों से निपटने के लिए सक्रिय है," भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने आगे कहा।
21 फरवरी की रात ब्रिस्बेन में संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा कथित रूप से भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ करने के बाद चिंताएँ और बढ़ गईं हैं।
इससे पहले भी ऑस्ट्रेलिया में जनवरी में तीन दिवसीय थाई पोंगल उत्सव के अवसर पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा मेलबर्न के कैरम डाउन्स उपनगर में
श्री शिव विष्णु मंदिर पर बर्बरता की गई ।