https://hindi.sputniknews.in/20230413/suurat-ke-chaatron-ne-banaayaa-rikshaa-khiinchne-vaalaa-robot-1530430.html
सूरत के छात्रों ने बनाया रिक्शा खींचने वाला रोबोट
सूरत के छात्रों ने बनाया रिक्शा खींचने वाला रोबोट
Sputnik भारत
भारत के सूरत के चार छात्रों के एक समूह ने एक मानव जैसा रोबोट तैयार किया है
2023-04-13T16:50+0530
2023-04-13T16:50+0530
2023-04-13T16:50+0530
ऑफबीट
भारत
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
कृत्रिम बुद्धि
दक्षिण एशिया
रोबोट
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/0d/1532666_5:0:1260:706_1920x0_80_0_0_8b6d93f8095d68363d87874ea3845090.jpg
भारत के सूरत के चार छात्रों के एक समूह ने एक मानव जैसा रोबोट तैयार किया है जो रिक्शा खींच सकता है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों ने रोबोट बनाने में 25 दिन लगे और उन्होंने करीब 30,000 रुपये खर्च किए हैं।दरअसल यह रोबोट एक बैटरी द्वारा संचालित होता है जिसे रिचार्ज किया जा सकता है। जिन छात्रों ने इस रोबोट को विकसित किया है, वे इसमें और अधिक कार्यक्षमता जोड़ने का इरादा रखते हैं ताकि इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जा सके।गौरतलब है कि फरवरी में, कर्नाटक में 'शिक्षा' नाम का एक ह्यूमनॉइड रोबोट विकसित किया गया था, जो कक्षा चार तक के बच्चों को पढ़ा सकता है। हालांकि, मॉडल को आधिकारिक तौर पर कहीं भी तैनात नहीं किया गया है।
https://hindi.sputniknews.in/20230407/robot-gaaid-ruus-kii-ek-aart-gailarii-men-kaam-karegaa-1466020.html
भारत
दक्षिण एशिया
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
2023
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
Robot
Sputnik भारत
भारत के सूरत के छात्रों ने एक मानव जैसा रोबोट तैयार किया है जो रिक्शा खींच सकता है।
2023-04-13T16:50+0530
true
PT0M46S
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/0d/1532666_162:0:1103:706_1920x0_80_0_0_08d70298ee6c73dd5f4f5f67dd016c67.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
रिक्शा खींचने वाला रोबोट, सूरत के छात्र, रोबोट का सफल परीक्षण, रोबोट का उपयोग
रिक्शा खींचने वाला रोबोट, सूरत के छात्र, रोबोट का सफल परीक्षण, रोबोट का उपयोग
सूरत के छात्रों ने बनाया रिक्शा खींचने वाला रोबोट
इंसानों के बारे में गहराई से अध्ययन करके पैरों की हर गतिविधि को ध्यान में रखकर इस रोबोट को बनाया गया है, खास उनके चलने के तरीके पर ध्यान दिया गया है।
भारत के सूरत के चार छात्रों के एक समूह ने एक मानव जैसा रोबोट तैयार किया है जो रिक्शा खींच सकता है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों ने रोबोट बनाने में 25 दिन लगे और उन्होंने करीब 30,000 रुपये खर्च किए हैं।
दरअसल यह रोबोट एक बैटरी द्वारा संचालित होता है जिसे रिचार्ज किया जा सकता है। जिन छात्रों ने इस रोबोट को विकसित किया है, वे इसमें और अधिक कार्यक्षमता जोड़ने का इरादा रखते हैं ताकि इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जा सके।
"सड़क पर रोबोट के चलने का सफल परीक्षण किया जा चुका है। यह हमारा प्रोटोटाइप है जिसे हमने सड़क पर परीक्षण किया है। और यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है, अभी भी इसके हाथ, पैर, सिर और चेहरे पर काम करना बाकी है। हमने इसे वैसे ही बनाने की कोशिश की है जैसे एक सामान्य इंसान चलता है," छात्रों में से एक, मौर्य शिवम ने स्थानीय मीडिया को बताया।
गौरतलब है कि फरवरी में, कर्नाटक में 'शिक्षा' नाम का एक
ह्यूमनॉइड रोबोट विकसित किया गया था, जो कक्षा चार तक के बच्चों को पढ़ा सकता है। हालांकि, मॉडल को आधिकारिक तौर पर कहीं भी तैनात नहीं किया गया है।