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रूस को अलग-थलग करने के पश्चिम के प्रयास हुए विफल: लवरोव

© Photo : Russian Foreign MinistryМинистр иностранных дел РФ Сергей Лавров
Министр иностранных дел РФ Сергей Лавров - Sputnik भारत, 1920, 29.04.2023
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रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव ने बहुध्रुवीयता पर विश्व ऑनलाइन सम्मेलन के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि रूस को अलग-थलग करने के पश्चिमी प्रयास विफल हो रहे हैं।
"यह स्वाभाविक लगता है कि वाशिंगटन और उसके सहयोगियों के इतिहास के पाठ्यक्रम को उलटने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आविष्कृत "नियम-आधारित व्यवस्था" के अनुसार जीने पर विवश करने के प्रयास विफल हो रहे हैं," लवरोव ने कहा।
उन्होंने जोड़ा कि "दुनिया के अधिकांश आबादी वाले देश जहां कागभग 85% लोग रहते हैं पूर्व औपनिवेशिक शक्तियों के लिए "अपनी बंदूकों से गोलियां बरसाने " के लिए तैयार नहीं है।"

हम नए विश्व केंद्र, विशेषतः यूरेशिया, एशिया-प्रशांत क्षेत्र, मध्य पूर्व, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के विभिन्न क्षेत्रों में बहुतायत उपलब्धियों की संभावनाओं को देखते हैं। पिछले तीन दशकों में वैश्विक अर्थव्यवस्था में G7 देशों के हिस्से में बड़ा घटाव हुआ है और उभरते हुए बाजारों वाले देशों का हिस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है।हम अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की संरचना का नवीनीकरण देख रहे हैं। BRICS और SCO जैसे नए तरीके के बहुपक्षीय गठबंधन बहुध्रुवीय कूटनीति का एक अच्छा नमूना हैं।

आज की बहुध्रुवीय दुनिया में टकराव का एकमात्र उचित विकल्प संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों पर प्रमुख विश्व केंद्रों के प्रयासों का एकीकरण है, जिसमें राज्यों की संप्रभु समानता के लिए सम्मान सुनिश्चित करना लागू करना संयोजित है।
यह सुनिश्चित करना सामान्य हित में है कि बहुध्रुवीय प्रक्रिया "भय के संतुलन" पर नहीं बल्कि “हितों के संतुलन पर”, अंतर्राष्ट्रीय कानून के सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त मानदंडों पर, विभिन्न सभ्यताओं, धर्मों और संस्कृतियों को पारस्परिक रूप से परिपूर्ण सम्मानजनक संवाद पर आधारित है, सेर्गेई लवरोव का मानना है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को लेकर भारत में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव भी हिस्सा लेने वाले हैं। यह बैठक 4 और 5 मई को होने वाली है। SCO सदस्यों की बैठक में विभिन्न देशों के नेता क्षेत्रीय शांति और रक्षा को लेकर चर्चा करेंगे।
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