22 जून को स्मरण और शोक दिवस पर पूरे रूस में "कैंडल ऑफ़ मेमोरी" और "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" स्मारक समारोह आयोजित किए गए।"युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" अभियान का जन्म स्मृति और महिमा के वर्ष (2020) में हुआ था। उस समय 15 शहरों ने इसमें भाग लिया था। 2021 में महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध की शुरुआत की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, न केवल रूस में, बल्कि विदेशों में भी 128 शहरों में मोमबत्तियाँ जलाई गईं। इनमें लातविया, लेबनान, किर्गिस्तान, मोल्दोवा, पनामा, उज्बेकिस्तान और अन्य सम्मिलित थे।21-22 जून की रात को हजारों लोगों ने युद्ध के दौरान गंवाई सभी जानों की याद में मोमबत्तियां जलाईं।Sputnik की गैलरी में देखें कि पूरे रूस में स्मरण और शोक का दिन कैसे मनाया गया!
स्मरण और शोक दिवस, युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें, रूसी इतिहास की सबसे दुखद तारीख, महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध, स्मृति और महिमा के वर्ष, युद्ध के दौरान खोए लोगों की याद, सोवियत संघ पर हमला, युद्ध की ज्वलंत तस्वीर
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स्मरण और शोक दिवस सीआईएस राज्यों में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण दिन है। यह उन लोगों को याद करने और सम्मान देने के लिए समर्पित है जिन्होंने महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध के समय अपनी जान गंवाई। यह पीड़ितों और उनके परिवारों को सम्मान देने के साथ-साथ जीवित बचे लोगों द्वारा दिखाए गए दृढ़ता और मजबूती के लिए आभार व्यक्त करने का समय है।
22 जून को स्मरण और शोक दिवस पर पूरे रूस में "कैंडल ऑफ़ मेमोरी" और "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" स्मारक समारोह आयोजित किए गए।
"युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" अभियान का जन्म स्मृति और महिमा के वर्ष (2020) में हुआ था। उस समय 15 शहरों ने इसमें भाग लिया था। 2021 में महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध की शुरुआत की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, न केवल रूस में, बल्कि विदेशों में भी 128 शहरों में मोमबत्तियाँ जलाई गईं। इनमें लातविया, लेबनान, किर्गिस्तान, मोल्दोवा, पनामा, उज्बेकिस्तान और अन्य सम्मिलित थे।
21-22 जून की रात को हजारों लोगों ने युद्ध के दौरान गंवाई सभी जानों की याद में मोमबत्तियां जलाईं।
Sputnik की गैलरी में देखें कि पूरे रूस में स्मरण और शोक का दिन कैसे मनाया गया!
अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" सिम्फ़रोपोल जिले के मिर्नॉय गांव में क्रीमिया के फासीवादी कब्जे के पीड़ितों के स्मारक पर स्मरण और शोक के दिन के मौके पर आयोजित थी।
अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" सिम्फ़रोपोल जिले के मिर्नॉय गांव में क्रीमिया के फासीवादी कब्जे के पीड़ितों के स्मारक पर स्मरण और शोक के दिन के मौके पर आयोजित थी।
रूस के दक्षिण-पश्चिम के कज़ान नामक शहर के नागरिक विक्ट्री मेमोरियल पार्क में स्मरण और शोक दिवस के मौके पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" में भाग लेते हैं।
रूस के दक्षिण-पश्चिम के कज़ान नामक शहर के नागरिक विक्ट्री मेमोरियल पार्क में स्मरण और शोक दिवस के मौके पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई "युद्ध की ज्वलंत तस्वीरें" में भाग लेते हैं।
22 जून, 1941 रूसी इतिहास की सबसे दुखद तारीखों में से एक है, अब यह स्मरण और शोक का दिन है। 22 जून, 1941 की सुबह को युद्ध की घोषणा के बिना नाज़ी जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला किया।
स्मरण और शोक दिवस के अवसर पर आयोजित "कैंडल ऑफ़ मेमोरी" कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने सेंट पीटर्सबर्ग के पैलेस स्क्वायर में मोमबत्तियाँ जलाईं।
22 जून, 1941 रूसी इतिहास की सबसे दुखद तारीखों में से एक है, अब यह स्मरण और शोक का दिन है। 22 जून, 1941 की सुबह को युद्ध की घोषणा के बिना नाज़ी जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला किया।
स्मरण और शोक दिवस के अवसर पर आयोजित "कैंडल ऑफ़ मेमोरी" कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने सेंट पीटर्सबर्ग के पैलेस स्क्वायर में मोमबत्तियाँ जलाईं।
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