यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

हमारे पास बचने का कोई रास्ता नहीं था: युक्रेनी युद्धबंदी

© Sputnik / Evgeny Biyatov / मीडियाबैंक पर जाएंUkraine's destroyed T-64 tank is seen in the Russian special operation zone. File photo
Ukraine's destroyed T-64 tank is seen in the Russian special operation zone. File photo - Sputnik भारत, 1920, 26.12.2023
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यूक्रेनी सैनिक लोबोव ने ज़पोरोज्ये क्षेत्र में रूसी सैन्य समूह "यूग" (दक्षिण) की इकाइयों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
ज़पोरोज्ये दिशा में मेरी इकाई के पास बचने का कोई रास्ता नहीं था, आत्मसमर्पण करने वाले यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सार्जेंट मिखाइल लोबोव ने Sputnik को बताया।

"मनोबल कोई नहीं है, क्योंकि वास्तव में हमारी कोई इकाई नहीं है। कुछ ही [लोग] बचे हैं। निराशा। बचने का कोई रास्ता नहीं है। कल [इकाई में] कुछ लोग थे, आज अलग लोग हैं," युद्धबंदी ने कहा।

उस सैनिक के अनुसार, उसकी इकाई ने सीधे लड़ाई में और परित्याग के परिणामस्वरूप कर्मियों को खो दिया। उसके अनुसार, कमांड मोर्चे पर विनाशकारी नुकसान से बचने के लिए कुछ नहीं कर रहा है।

“वे कुछ नहीं कर रहे हैं। वे केवल उन्हीं पदों पर वापस भेजने के लिए नए लोगों को ढूंढ रहे हैं,” युद्धबंदी ने कहा।

बता दें कि सात महीनों तक चले अपने प्रतिउत्तरी आक्रमण में भीषण नुकसान झेलने के बाद यूक्रेनी सशस्त्र बल थक चुके हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की सैन्य कार्रवाई पूर्णतः विफल हो गई है।
दिसंबर की शुरुआत में रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा था कि 4 जून के बाद से, 121 यूक्रेनी विमान, 23 हेलीकॉप्टर, 37 लेपर्ड सहित 766 टैंक, विभिन्न श्रेणियों के 2348 बख्तरबंद वाहन, जिनमें से 50 ब्रैडली - सभी नष्ट हो गए।
FPV Drones in Combat Action near Artemovsk - Sputnik भारत, 1920, 26.12.2023
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रूसी FPV ड्रोनों को यूक्रेनी ठिकानों पर हमला करते हुए देखें
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