https://hindi.sputniknews.in/20240313/afghanistan-ke-videsh-mantri-ne-antarashtriy-manyta-ke-prayas-ke-bich-achchhi-khbar-ka-kiya-khulasa-6822911.html
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता के प्रयास के बीच 'अच्छी खबर' का किया खुलासा
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता के प्रयास के बीच 'अच्छी खबर' का किया खुलासा
Sputnik भारत
अगस्त 2021 में काबुल में तालिबान के सत्ता में वापस आने के बाद से, उसने बिना किसी खास सफलता के अंतर्राष्ट्रीय मान्यता हासिल करने के प्रयास किए हैं।
2024-03-13T19:22+0530
2024-03-13T19:22+0530
2024-03-13T19:22+0530
राजनीति
अफगानिस्तान
विदेश मंत्रालय
तालिबान
राष्ट्रीय सुरक्षा
काबुल
राजदूतावास
द्विपक्षीय रिश्ते
द्विपक्षीय व्यापार
राजनीतिक और आर्थिक स्वतंत्रता
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/0e/1545470_0:0:3072:1728_1920x0_80_0_0_ee44e23d4ba2329f094ac75e58712adb.jpg
तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मान्यता हासिल करने के लिए कट्टरपंथी इस्लामी आंदोलन के प्रयास के बीच दुनिया के देशों से काबुल के साथ सकारात्मक बातचीत करने का आग्रह किया।मुत्ताकी ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है और विदेशी शक्तियों को इसके लिए तालिबान की सराहना करनी चाहिए।साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया भर की सरकारों ने अफगान क्षेत्र पर तालिबान के नियंत्रण को स्वीकार कर लिया है और शायद इसीलिए उन्हें देश में अपने विरोधियों को मजबूत करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।गौरतलब है कि दुनिया के किसी भी देश ने अब तक तालिबान सरकार को आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी है। हालाँकि, चीन जैसे कुछ संप्रभु राज्यों ने इसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं, यहां तक कि हाल के हफ्तों में काबुल में राजदूत भी नियुक्त किए हैं।* संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन
https://hindi.sputniknews.in/20240308/bharat-ke-sheersh-rajnik-ne-ki-taliban-ke-videsh-mantri-se-mulakat-6775886.html
अफगानिस्तान
काबुल
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/04/0e/1545470_222:0:2953:2048_1920x0_80_0_0_c60d7e42d44ff228272a792ba7e52942.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
अफगानिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय मान्यता के प्रयास, काबुल के साथ बातचीत का आग्रह, अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति, तालिबान के विदेश मंत्री, तालिबान के नियंत्रण को स्वीकार, तालिबान सरकार को मान्यता, अफगानिस्तान का प्रबंधन, राजनयिक संबंध, काबुल में राजदूत नियुक्त
अफगानिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय मान्यता के प्रयास, काबुल के साथ बातचीत का आग्रह, अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति, तालिबान के विदेश मंत्री, तालिबान के नियंत्रण को स्वीकार, तालिबान सरकार को मान्यता, अफगानिस्तान का प्रबंधन, राजनयिक संबंध, काबुल में राजदूत नियुक्त
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता के प्रयास के बीच 'अच्छी खबर' का किया खुलासा
अगस्त 2021 में काबुल में तालिबान* के सत्ता में वापस आने के बाद से उसने बिना किसी खास सफलता के अंतरराष्ट्रीय मान्यता हासिल करने के प्रयास किए हैं। समूह के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने इस सप्ताह ऐसी ही दलील दी।
तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मान्यता हासिल करने के लिए कट्टरपंथी इस्लामी आंदोलन के प्रयास के बीच दुनिया के देशों से काबुल के साथ सकारात्मक बातचीत करने का आग्रह किया।
मुत्ताकी ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है और
विदेशी शक्तियों को इसके लिए तालिबान की सराहना करनी चाहिए।
मुत्ताकी ने काबुल में मीडिया से बातचीत में कहा, "यह अनुभव किया गया था कि न तो बड़ी शक्तियां और न ही घरेलू राजनीतिक दल अफगानिस्तान का प्रबंधन करने में सक्षम थे। इस्लामिक अमीरात ने स्थिति को नियंत्रित किया है और पूरी दुनिया को इस उपलब्धि की सराहना करनी चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया भर की सरकारों ने अफगान क्षेत्र पर
तालिबान के नियंत्रण को स्वीकार कर लिया है और शायद इसीलिए उन्हें देश में अपने विरोधियों को मजबूत करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, "मुझे आज खुशी है कि दुनिया की कोई भी ताकत विरोधियों को मजबूत नहीं करना चाहती और यह अफगानिस्तान के लिए अच्छी खबर है।"
गौरतलब है कि दुनिया के किसी भी देश ने अब तक
तालिबान सरकार को आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी है।
हालाँकि, चीन जैसे कुछ संप्रभु राज्यों ने इसके साथ
राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं, यहां तक कि हाल के हफ्तों में काबुल में राजदूत भी नियुक्त किए हैं।
* संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन