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रूस के वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से अंगारा-A5 रॉकेट लॉन्च किया गया
रूस के वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से अंगारा-A5 रॉकेट लॉन्च किया गया
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अंगारा रॉकेट विभिन्न पेलोड के नवीनतम रूसी मॉड्यूलर लॉन्च वाहन हैं जो ऑक्सीजन-केरोसिन इंजन वाले सार्वभौमिक रॉकेट मॉड्यूल के आधार पर बनाए गए हैं।
2024-04-11T14:44+0530
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रूस में वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से अंगारा-A5 रॉकेट लॉन्च किया गया। हाल ही में इस प्रारूप के रॉकेट लॉन्च का मुख्य उद्देश्य रूसी ऑर्बिटल स्टेशन का निर्माण करना है।भारी श्रेणी का अंगारा ही संभवतः स्टेशन के सभी मॉड्यूल को कक्षा में पहुंचाएगा और स्टेशन तक मानवयुक्त अंतरिक्ष यान भी लॉन्च करेगा।अंगारा अंतरिक्ष रॉकेट समूह का निर्माण रूस के लिए विशेष राष्ट्रीय महत्व का कार्य है। इसके चालू होने से रूस को अपने क्षेत्र से ही सभी प्रकार के अंतरिक्ष यान लॉन्च करने की संभावना मिलेगी और इससे रूस को अंतरिक्ष तक स्वतंत्र गारंटीकृत पहुंच मिलेगी।अंगारा रॉकेट की विशेषताएं ईंधन भरने पर अंगारा-A5 का वजन 761 टन होता है। जब ओरियन नामक ऊपरी चरण पूरी तरह से नेफ़थिल से भरा होता है, तो उसका वजन 22.1 टन होता है। यह उपग्रह को वांछित कक्षा में पहुंचाने के लिए अपनी प्रणोदन प्रणाली को 5 बार तक फायर कर सकता है।लॉन्च वाहनों की नई पीढ़ी की विशेषता यह है कि अंगारा परिवार के लॉन्च वाहनों में हानिकारक और जहरीले हेप्टाइल-आधारित रॉकेट ईंधन का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप कॉस्मोड्रोम से सटे क्षेत्र और उन क्षेत्रों में परिसर की पर्यावरणीय सुरक्षा में काफी सुधार के संकेत हैं जहाँ लॉन्च वाहनों के अलग-अलग हिस्से गिरते हैं।
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रूस के वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से अंगारा-A5 रॉकेट लॉन्च किया गया
14:44 11.04.2024 (अपडेटेड: 16:09 11.04.2024) अंगारा रॉकेट विभिन्न पेलोड के नवीनतम रूसी मॉड्यूलर लॉन्च वाहन हैं, जो ऑक्सीजन-केरोसिन इंजन वाले सार्वभौमिक रॉकेट मॉड्यूल के आधार पर बनाए गए हैं।
रूस में वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से अंगारा-A5 रॉकेट लॉन्च किया गया। हाल ही में इस प्रारूप के रॉकेट लॉन्च का मुख्य उद्देश्य रूसी ऑर्बिटल स्टेशन का निर्माण करना है।
भारी श्रेणी का अंगारा ही संभवतः स्टेशन के सभी मॉड्यूल को कक्षा में पहुंचाएगा और स्टेशन तक मानवयुक्त
अंतरिक्ष यान भी लॉन्च करेगा।
रूसी ऑर्बिटल स्टेशन का पहला मॉड्यूल (वैज्ञानिक और ऊर्जा) 2027 में कक्षा में भेजा जाएगा। 2028 में दो और मॉड्यूल भेजे जाएंगे और 2029 में बेस मॉड्यूल स्टेशन के साथ डॉक होगा और इसी के साथ स्टेशन बनाने का पहला चरण पूरा हो जाएगा।
अंगारा
अंतरिक्ष रॉकेट समूह का निर्माण रूस के लिए विशेष राष्ट्रीय महत्व का कार्य है। इसके चालू होने से रूस को अपने क्षेत्र से ही सभी प्रकार के अंतरिक्ष यान लॉन्च करने की संभावना मिलेगी और इससे रूस को अंतरिक्ष तक स्वतंत्र गारंटीकृत पहुंच मिलेगी।
अंगारा रॉकेट की विशेषताएं
ईंधन भरने पर अंगारा-A5 का वजन 761 टन होता है। जब ओरियन नामक ऊपरी चरण पूरी तरह से नेफ़थिल से भरा होता है, तो उसका वजन 22.1 टन होता है। यह उपग्रह को वांछित कक्षा में पहुंचाने के लिए अपनी प्रणोदन प्रणाली को 5 बार तक फायर कर सकता है।
अंगारा लॉन्च वाहनों के विभिन्न संस्करणों को विभिन्न संख्या में सार्वभौमिक रॉकेट मॉड्यूल URM-1और URM-2 का उपयोग करके कार्यान्वित किया जाता है।
लॉन्च वाहनों की नई पीढ़ी की विशेषता यह है कि अंगारा परिवार के लॉन्च वाहनों में हानिकारक और जहरीले हेप्टाइल-आधारित रॉकेट ईंधन का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप कॉस्मोड्रोम से सटे क्षेत्र और उन क्षेत्रों में परिसर की पर्यावरणीय सुरक्षा में काफी सुधार के संकेत हैं जहाँ लॉन्च वाहनों के अलग-अलग हिस्से गिरते हैं।