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भारत के केंद्रीय बैंक ने देश के बाहर रुपया खाता खोलने की दी अनुमति

CC BY 2.0 / Sudipto Sarkar / Rupee coins laying on one hundred rupee banknote
Rupee coins laying on one hundred rupee banknote - Sputnik भारत, 1920, 31.05.2024
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को घरेलू मुद्रा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की अपनी रणनीतिक कार्य योजना के तहत भारत के बाहर रुपया खाते खोलने की अनुमति दे दी है।
केंद्रीय बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि उभरते व्यापक आर्थिक माहौल के साथ फेमा परिचालन ढांचे के निरंतर समन्वय पर जोर देते हुए विभिन्न दिशानिर्देशों को युक्तिसंगत बनाने के प्रयासों को प्राथमिकता दी जाएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक घरेलू मुद्रा के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए 2024-25 के एजेंडे के हिस्से के रूप में भारत के बाहर निवासी व्यक्तियों (PROI) को भारत के बाहर रुपया (INR) खाते खोलने की अनुमति देगा।

"भारतीय बैंकों द्वारा पीआरओआई को भारतीय रुपये में ऋण देना तथा विशेष खातों यानी विशेष अनिवासी रुपया (SNRR) और विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता (SRVA) के माध्यम से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और पोर्टफोलियो निवेश को सक्षम बनाना है," रिपोर्ट में कहा गया।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने के लिए विनियमों को युक्तिसंगत बनाया गया, ताकि स्थानीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार का निपटान संभव हो सके।
केंद्रीय बैंक के अनुसार भविष्य में तरलता परिचालन, मौद्रिक नीति के रुख के अनुरूप जारी रहेगा, जबकि विदेशी मुद्रा परिचालन रुपये की विनिमय दर में व्यवस्थित उतार-चढ़ाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से निर्देशित होगा।
बता दें कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन में भारतीय रुपये के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। 22 विभिन्न देशों के बैंकों के साथ सहयोग करते हुए, भारत ने घरेलू बैंकों में विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते खोले हैं, जिससे राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार की सुविधा मिलती है।
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