यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

भारी नुकसान झेलते हुए यूक्रेनी सेना अब भगोड़ों का स्वागत कर रही है

© AP Photo / LibkosA Ukrainian soldier runs for cover during fights with Russian forces near Maryinka, Ukraine, Friday, Dec. 23, 2022.
A Ukrainian soldier runs for cover during fights with Russian forces near Maryinka, Ukraine, Friday, Dec. 23, 2022. - Sputnik भारत, 1920, 05.06.2024
सब्सक्राइब करें
कीव शासन द्वारा भगोड़ों की सक्रिय भर्ती इस बात का सबूत है कि यूक्रेन की सेना में लड़ाकों की भारी कमी है।
यूक्रेन के स्टेट ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने सैनिकों की भारी कमी के कारण सेना के भगोड़ों की भर्ती को मंजूरी दे दी है। ब्यूरो के निदेशक ओलेक्से सुखाचोव द्वारा यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ ओलेक्सांद्र सिर्स्की को लिखे गए पत्र में इस निर्णय की जानकारी दी गई है।
दस्तावेज़ में इस बात पर जोर दिया गया है कि अगर कोई सैनिक अपनी सैन्य यूनिट में वापस लौटता है और अपनी सैन्य सेवा जारी रखने की इच्छा व्यक्त करता है, तो यूक्रेनी अधिकारियों को उसके भगोड़ा हो जाने के अपराध की उपेक्षा करनी चाहिए।

"हम अनुरोध करते हैं कि सैन्य इकाइयों के कमांडर उपर्युक्त सैन्य कर्मियों के एकीकरण को प्राथमिकता दें, जो स्वेच्छा से सैन्य इकाइयों में लौटते हैं और आगे सैन्य सेवा करने की इच्छा व्यक्त करते हैं, और उन्हें उक्त पदों पर नियुक्ति की तिथि से अपनी सेवा जारी रखने के लिए पदों पर नियुक्त करें," पत्र में कहा गया।

यूक्रेनी सेना में सैन्य कर्मियों की भारी कमी है, जिसके परिणस्वरूप भर्ती योग्य लोगों को जबरन भर्ती करने के प्रयास किए गए। हाल ही में यूक्रेन में पारित कानून के तहत भर्ती की आयु सीमा को 27 वर्ष से घटाकर 25 वर्ष कर दिया गया जिसे "कठोर" माना गया है।
अप्रैल में, कीव शासन ने मानव अधिकारों पर यूरोपीय कन्वेंशन और नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध में शामिल होने को आंशिक रूप से निलंबित करने का फैसला किया था, जिससे यूक्रेन को अपने ही नागरिकों के खिलाफ मानवाधिकारों का अधिक उल्लंघन करने का बहाना मिल गया था।
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, विशेष सैन्य अभियान की शुरुआती के बाद से यूक्रेन ने पाँच लाख से अधिक सैनिकों को खो दिया है।
New Russian Lyagushka (lit. Frog) drone in combat  - Sputnik भारत, 1920, 04.06.2024
यूक्रेन संकट
रूसी सेना को रूस के सबसे नवीन ड्रोन 'ल्यागुश्का' का परीक्षण करते हुए देखें
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала