भारत-रूस संबंध
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मास्को स्थित कंपनियों का भारत को निर्यात 15% बढ़ा

© AP Photo / Alexander ZemlianichenkoThe skyscrapers of the Moscow City business district are are seen before dawn in Moscow, Russia, Tuesday, Jan. 21, 2025.
The skyscrapers of the Moscow City business district are are seen before dawn in Moscow, Russia, Tuesday, Jan. 21, 2025. - Sputnik भारत, 1920, 19.02.2025
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2019 से मॉस्प्रोम केंद्र मास्को की कंपनियों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश करने में मदद कर रहा है। सबसे प्रभावी सहायता उपकरणों में से एक क्रेता कार्यक्रम है, जो व्यवसायों को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों और व्यावसायिक मिशनों में भाग लेने की अनुमति देता है। सरकार मास्को के निर्यातकों को सक्रिय सहायता भी प्रदान करती है।
मास्को सरकार के मंत्री और निवेश एवं औद्योगिक नीति विभाग के प्रमुख अनातोली गरबुज़ोव के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर 2024 तक मास्को से भारत को गैर-संसाधन, गैर-ऊर्जा निर्यात की मात्रा में पिछले साल की तुलना में 15% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ब्रिक्स देशों को मास्को के कुल निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 14% है।

गरबुज़ोव ने कहा, "मास्को द्वारा भारत के निर्यात में प्रभावशाली वृद्धि देखी गई है जहां निर्माण और विमानन उत्पादों की आपूर्ति दोगुनी हो गई है वहीं ऊर्जा मशीनरी उत्पादों के निर्यात में लगभग 80% की वृद्धि हुई है। मास्को में निर्मित रासायनिक उत्पाद, जैसे सीलेंट, डाई, फिल्म और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स भारत में काफी मांग में हैं। यह निर्यात वृद्धि उद्योग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मास्को और भारत के बीच सहयोग की उच्च क्षमता की पुष्टि करती है।"

मॉस्प्रोम कार्यक्रम संभावित भागीदारों के साथ B2B और B2G बैठकें आयोजित करता है, जो आपूर्ति के क्षेत्र का विस्तार करने, व्यावसायिक संपर्क स्थापित करने और निवेश आकर्षित करने में मदद करता है।
ऐसी पहलों की बदौलत, मास्को की कंपनियां विदेशों में अपनी स्थिति मजबूत करने के साथ साथ अपनी निर्यात क्षमता भी बढ़ा रही हैं। उदाहरण के लिए, भारत में कृषि क्षेत्र की कंपनियों के लिए एक व्यावसायिक मिशन के परिणामस्वरूप, एक कन्फेक्शनरी निर्माता ने चॉकलेट की आपूर्ति के लिए एक निर्यात अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रीय परियोजना "अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और निर्यात" सूचनात्मक, वित्तीय, बीमा और रसद सहायता प्रदान करने वाले उपायों का एक व्यापक समूह है। राष्ट्रीय परियोजना के हिस्से के रूप में "माई एक्सपोर्ट" नामक एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म भी है जो उद्यमियों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, वे विशेषज्ञों से निःशुल्क परामर्श, विश्लेषण, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में उत्पादों को बढ़ावा देने में सहायता और अन्य सेवाओं के अलावा ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकते हैं।
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