https://hindi.sputniknews.in/20250709/afghan-authorities-condemn-the-activities-of-the-icc-calling-them-a-disgrace-and-dishonor-9420403.html
अफ़ग़ान अधिकारियों ने ICC के कामकाज की निंदा कर उसे 'अपमानजनक' बताया
अफ़ग़ान अधिकारियों ने ICC के कामकाज की निंदा कर उसे 'अपमानजनक' बताया
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अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद का ICC द्वारा देश के शीर्ष नेताओं के लिए जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट पर एक कहा कि ICC की गतिविधियों की निंदा करते हुए उन्हें अपमानजनक और असम्मानजनक बताया।
2025-07-09T14:31+0530
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दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि देश के अधिकारी ICC और संगठन के प्रति किसी भी दायित्व को मान्यता नहीं देते हैं।ICC ने मंगलवार को अफ़ग़ानिस्तान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्ला अखुंदजादा और अफ़ग़ानिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अब्दुल हकीम हक्कानी के खिलाफ़ गिरफ्तारी वारंट जारी किए।20 फरवरी को अफगानिस्तान ने रोम संविधि में अपने प्रवेश को अस्वीकार कर दिया तथा अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की क्षमता को मान्यता न देने की घोषणा की।
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अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद, icc का गिरफ्तारी वारंट, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की गतिविधियां की निंदा, zabihullah mujahid, spokesman for the supreme leader of afghanistan, icc's arrest warrant, condemnation of the activities of the international criminal court,
अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद, icc का गिरफ्तारी वारंट, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की गतिविधियां की निंदा, zabihullah mujahid, spokesman for the supreme leader of afghanistan, icc's arrest warrant, condemnation of the activities of the international criminal court,
अफ़ग़ान अधिकारियों ने ICC के कामकाज की निंदा कर उसे 'अपमानजनक' बताया
अलेमाराह समाचार पोर्टल ने अफ़ग़ानिस्तान के सर्वोच्च नेता के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद का एक आधिकारिक बयान प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की गतिविधियों की निंदा करते हुए उन्हें "अपमानजनक और असम्मानजनक" बताया। यह बयान ICC द्वारा देश के शीर्ष नेताओं के खिलाफ़ जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट के बाद आया है।
बयान में कहा गया है, "एक बार फिर, अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के नाम से संचालित एक संगठन ने बयान जारी कर इस्लामिक अमीरात के कुछ नेताओं की गिरफ्तारी और उन पर मुकदमा चलाने का आह्वान किया है। इस तरह के बयान और निराधार बयानबाज़ी किसी भी तरह से इस्लामिक अमीरात ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान के दृढ़ संकल्प और वैध रुख़ को प्रभावित नहीं कर सकते।"
दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि देश के अधिकारी ICC और संगठन के प्रति किसी भी दायित्व को मान्यता नहीं देते हैं।
मुजाहिद ने कहा, "इस्लामी शरिया कानूनों को दमनकारी या अमानवीय कहना और उन्हें लागू करने वालों को गिरफ़्तार करने और उन पर मुकदमा चलाने की धमकी देना, इस्लाम के शुद्ध धर्म और उसकी न्याय व्यवस्था के प्रति शत्रुता और घृणा का साफ प्रदर्शन है जो सभी मुसलमानों की भावनाओं का अपमान है।"
ICC ने मंगलवार को अफ़ग़ानिस्तान के
सर्वोच्च नेता हैबतुल्ला अखुंदजादा और अफ़ग़ानिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अब्दुल हकीम हक्कानी के खिलाफ़ गिरफ्तारी वारंट जारी किए।
20 फरवरी को
अफगानिस्तान ने रोम संविधि में अपने प्रवेश को अस्वीकार कर दिया तथा अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की क्षमता को मान्यता न देने की घोषणा की।