https://hindi.sputniknews.in/20250718/the-wests-threats-of-secondary-sanctions-will-play-into-the-hands-of-a-multipolar-world---deputy-9469156.html
पश्चिम के प्रतिबंधों की धमकियाँ बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देंगी: रूसी उप विदेश मंत्री
पश्चिम के प्रतिबंधों की धमकियाँ बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देंगी: रूसी उप विदेश मंत्री
Sputnik भारत
रूस के सहयोगियों के विरुद्ध पश्चिम द्वारा द्वितीयक प्रतिबंधों की धमकियों के कारण बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण और तेज हो जाएगा, रूसी उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को ने रूसी मीडिया को बताया।
2025-07-18T17:58+0530
2025-07-18T17:58+0530
2025-07-18T17:58+0530
विश्व
सामूहिक पश्चिम
बहुध्रुवीय दुनिया
रूस
रूस का विकास
भारत
भारत सरकार
चीन
त्रिकोण रूस-भारत-चीन (ric)
ब्राज़ील
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/0a/18/8320367_0:0:3211:1807_1920x0_80_0_0_8bab76587e8298a9774f7f71da3b36c9.jpg
ग्रुश्को ने नाटो महासचिव मार्क रुटे के उन शब्दों पर प्रतिक्रिया दी जिनमें कहा गया था कि रूस के साझेदारों - भारत, चीन, ब्राज़ील - को "बहुत कठिन" द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।इससे पहले, नाटो महासचिव ने कहा था कि यदि भारत, ब्राज़ील और चीन रूस के साथ सहयोग जारी रखते हैं तो उन्हें द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।हालांकि तीनों देशों ने पहले ही इन बयानों पर प्रतिक्रिया दे दी है। इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधि लिन जियांग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन यूक्रेनी संकट से बाहर निकलने के लिए राजनीतिक समाधान को ही एकमात्र रास्ता मानता है, और किसी भी एकतरफा प्रतिबंध के खिलाफ़ है। उनकी राय में, टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है, तथा किसी दबाव से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधि रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर दोहरे मापदंडों के खिलाफ़ नई दिल्ली की चेतवानी को दोहराया, विशेष रूप से रुटे के उन बयानों के बाद जिसमें रूसी तेल और गैस की खरीद जारी रखने वाले देशों के लिए 100% की संभावित शुल्क सहित द्वितीयक प्रतिबंधों के बारे में कहा गया है। ब्राज़ील के विदेश मंत्री मौरो विएरा ने कहा कि ब्राज़ील का नेतृत्व रूस के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर संभावित प्रतिबंधों के बारे में रुटे के शब्दों को निरर्थक और अनुचित मानता है। उन्होंने इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया कि नाटो एक सैन्य गठबंधन है, यह गुट व्यापार समझौतों पर बातचीत नहीं करता है और ब्राज़ील इसका सदस्य नहीं है।
https://hindi.sputniknews.in/20250716/western-sanctions-have-become-a-catalyst-for-growth-in-trade-turnover-between-moscow-and-delhi---9456016.html
रूस
भारत
चीन
ब्राज़ील
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2025
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/0a/18/8320367_0:0:2631:1973_1920x0_80_0_0_98488112beb2c02a164a2dd97484a00c.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
रूस के सहयोगि, पश्चिम द्वारा प्रतिबंध, बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण, रूसी उप विदेश मंत्री, अलेक्जेंडर ग्रुश्को, बहुध्रुवीय विश्व, नाटो महासचिव मार्क रूट, रूस के साझेदार, भारत को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना, चीन को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना, ब्राजील को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना
रूस के सहयोगि, पश्चिम द्वारा प्रतिबंध, बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण, रूसी उप विदेश मंत्री, अलेक्जेंडर ग्रुश्को, बहुध्रुवीय विश्व, नाटो महासचिव मार्क रूट, रूस के साझेदार, भारत को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना, चीन को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना, ब्राजील को द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना
पश्चिम के प्रतिबंधों की धमकियाँ बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देंगी: रूसी उप विदेश मंत्री
रूस के सहयोगियों के विरुद्ध पश्चिम द्वारा द्वितीयक प्रतिबंधों की धमकियों के कारण बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण और तेज हो जाएगा, रूसी उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को ने रूसी मीडिया को बताया।
ग्रुश्को ने नाटो महासचिव मार्क रुटे के उन शब्दों पर प्रतिक्रिया दी जिनमें कहा गया था कि रूस के साझेदारों - भारत, चीन, ब्राज़ील - को "बहुत कठिन" द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि इस तरह के खतरे जितने अधिक होंगे उतनी ही तेजी से बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण होगा।"
इससे पहले, नाटो महासचिव ने कहा था कि यदि भारत, ब्राज़ील और चीन
रूस के साथ सहयोग जारी रखते हैं तो उन्हें द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि तीनों देशों ने पहले ही इन बयानों पर प्रतिक्रिया दे दी है। इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधि लिन जियांग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन यूक्रेनी संकट से बाहर निकलने के लिए राजनीतिक समाधान को ही एकमात्र रास्ता मानता है, और किसी भी एकतरफा प्रतिबंध के खिलाफ़ है। उनकी राय में, टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है, तथा किसी दबाव से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधि रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर दोहरे मापदंडों के खिलाफ़ नई दिल्ली की चेतवानी को दोहराया, विशेष रूप से रुटे के उन बयानों के बाद जिसमें
रूसी तेल और गैस की खरीद जारी रखने वाले देशों के लिए 100% की संभावित शुल्क सहित द्वितीयक प्रतिबंधों के बारे में कहा गया है।
जायसवाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि आबादी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना नई दिल्ली की मुख्य प्राथमिकता है।
ब्राज़ील के विदेश मंत्री मौरो विएरा ने कहा कि ब्राज़ील का नेतृत्व रूस के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर संभावित प्रतिबंधों के बारे में रुटे के शब्दों को निरर्थक और अनुचित मानता है। उन्होंने इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया कि नाटो एक सैन्य गठबंधन है, यह गुट व्यापार समझौतों पर बातचीत नहीं करता है और ब्राज़ील इसका सदस्य नहीं है।
"ब्राज़ील, अन्य सभी देशों की तरह, द्विपक्षीय आधार पर या विश्व व्यापार संगठन के भीतर व्यापार मुद्दों से निपटता है। इसलिए यह (रुटे के बयान) एक तरह की बकवास है, इनका कोई मतलब नहीं है," विएरा ने कहा।