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पुतिन-ट्रम्प वार्ता: यूक्रेन संघर्ष का अंत हो सकता है, पर ज़ेलेंस्की शासन के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी
पुतिन-ट्रम्प वार्ता: यूक्रेन संघर्ष का अंत हो सकता है, पर ज़ेलेंस्की शासन के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी
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अलास्का में हुई पुतिन-ट्रम्प वार्ता को लेकर अमेरिकी रक्षा विभाग की पूर्व विश्लेषक करेन क्वियाट्कोव्स्की ने महत्वपूर्ण टिप्पणियां की हैं। उनके मुताबिक, इस बैठक... 16.08.2025, Sputnik भारत
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पुतिन ने शांति के लिए अपनी शर्तें दोहराईं और स्पष्ट किया कि अगर 2022 में ट्रम्प अमेरिकी राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध टल सकता था। रूसी राष्ट्रपति ने यूरोपीय देशों और यूक्रेन से इस प्रक्रिया में बाधा न डालने की अपील की।ट्रम्प ने इस बैठक के बाद असामान्य रूप से कम बयान दिया है। वे यूरोपीय संघ, नाटो और ज़ेलेंस्की से फोन पर बात करने वाले हैं। अमेरिकी मीडिया इस वार्ता को लेकर भ्रमित नजर आ रहा है और पुराने नैरेटिव को ही दोहरा रहा है।क्वियाट्कोव्स्की ने बताया कि यह बैठक अमेरिकी डीप स्टेट और रूस के बीच चल रहे प्रॉक्सी युद्ध को समाप्त कर सकती है। ट्रम्प ने इसे बार-बार 'बाइडन का युद्ध' कहा है और नाटो के एजेंडे से खुद को अलग किया है।अंत में क्वियाट्कोव्स्की ने कहा कि ट्रम्प अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ताकत पर भरोसा जताते हैं, लेकिन रूसी नेताओं को यह बात ज्यादा प्रभावित नहीं करती। उन्होंने कहा कि यह वार्ता एक नए युग की शुरुआत हो सकती है, जहां अमेरिका और रूस के बीच सीधे संवाद से वैश्विक तनाव कम होगा।
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पुतिन-ट्रम्प वार्ता: यूक्रेन संघर्ष का अंत हो सकता है, पर ज़ेलेंस्की शासन के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी
अलास्का में हुई पुतिन-ट्रम्प वार्ता को लेकर अमेरिकी रक्षा विभाग की पूर्व विश्लेषक करेन क्वियाट्कोव्स्की ने महत्वपूर्ण टिप्पणियां की हैं। उनके मुताबिक, इस बैठक से यूक्रेन संघर्ष का समाधान निकल सकता है, लेकिन इसके लिए ज़ेलेंस्की सरकार को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
पुतिन ने शांति के लिए अपनी शर्तें दोहराईं और स्पष्ट किया कि अगर 2022 में ट्रम्प अमेरिकी राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध टल सकता था। रूसी राष्ट्रपति ने यूरोपीय देशों और यूक्रेन से इस प्रक्रिया में बाधा न डालने की अपील की।
ट्रम्प ने इस बैठक के बाद असामान्य रूप से कम बयान दिया है। वे यूरोपीय संघ, नाटो और ज़ेलेंस्की से फोन पर बात करने वाले हैं। अमेरिकी मीडिया इस वार्ता को लेकर भ्रमित नजर आ रहा है और पुराने नैरेटिव को ही दोहरा रहा है।
विशेषज्ञ के मुताबिक, ट्रम्प के पास नाटो को संभालने की पूरी योजना है। ज़ेलेंस्की के लिए कोई समाधान निकाला जा सकता है जो उन्हें सत्ता से बाहर निकलने का रास्ता दे। यह बाइडन प्रशासन और अमेरिकी डीप स्टेट की यूक्रेन में दखलंदाजी का अंत हो सकता है।
क्वियाट्कोव्स्की ने बताया कि यह बैठक अमेरिकी डीप स्टेट और रूस के बीच चल रहे प्रॉक्सी युद्ध को समाप्त कर सकती है। ट्रम्प ने इसे बार-बार 'बाइडन का युद्ध' कहा है और नाटो के एजेंडे से खुद को अलग किया है।
विशेषज्ञ ने कहा कि समाधान के तौर पर अमेरिका यूक्रेन को हथियार देना बंद कर सकता है और इसके बदले रूस के साथ व्यापार व परमाणु समझौते कर सकता है। यूरोपीय देशों को रूसी ऊर्जा की आपूर्ति फिर से शुरू हो सकती है, जिससे उनकी आर्थिक मुश्किलें कम होंगी।
अंत में क्वियाट्कोव्स्की ने कहा कि ट्रम्प अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ताकत पर भरोसा जताते हैं, लेकिन रूसी नेताओं को यह बात ज्यादा प्रभावित नहीं करती। उन्होंने कहा कि यह वार्ता एक नए युग की शुरुआत हो सकती है, जहां अमेरिका और रूस के बीच सीधे संवाद से वैश्विक तनाव कम होगा।