https://hindi.sputniknews.in/20250929/bhaarit-ne-bhuutaan-ke-saath-do-siimaapaari-snprik-priiyojnaaon-kaa-kiyaa-anaavrin-9844584.html
भारत ने भूटान के साथ दो सीमापार संपर्क परियोजनाओं का किया अनावरण
भारत ने भूटान के साथ दो सीमापार संपर्क परियोजनाओं का किया अनावरण
Sputnik भारत
भूटान को भारत से जोड़ने के लिए भारत सरकार दो रेल लाइनों का निर्माण करेगी। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि इन दोनों ही रेल लाइनों का खर्च भारत सरकार उठाएगी।
2025-09-29T16:35+0530
2025-09-29T16:35+0530
2025-09-29T16:35+0530
व्यापार और अर्थव्यवस्था
भारत
भूटान
भारत सरकार
अर्थव्यवस्था
भारतीय अर्थव्यवस्था
नरेन्द्र मोदी
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e9/09/1d/9844724_0:160:3072:1888_1920x0_80_0_0_fdef830b461484165282599b32ec51ab.jpg
पहली रेल लाइन असम के कोकराहाट से भूटान के सीमावर्ती गेलिफू शहर को जोड़ेगी। गेलिफू को भूटान 2023 में लिए गए निर्णय के अनुसार माइंडफुलनेस सिटी के तौर पर विकसित कर रहा है। यह रेल मार्ग 69 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर 3456 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।दूसरा रेलमार्ग पश्चिम बंगाल के बनारहाट से भूटान के समत्से को जोड़ेगा। यह रेलमार्ग 20किमी लंबा होगा और इसपर 577 करोड़ रुपए की लागत आएगी। गेलिफू तक जाने वाले रेलमार्ग को पूरा होने में 4वर्ष और समत्से तक जाने वाले रेलमार्ग को पूरा होने में 3वर्ष का समय लगेगा।इन दोनों ही रेलमार्गों के बारे में निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मार्च 2024 में भूटान यात्रा के दौरान लिया गया था और इन परियोजनाओं के दस्तावेज़ों पर औपचारिक हस्ताक्षर सोमवार को किए गए हैं।भारत इससे पहले भी अपने पड़ोसियों को अपने नेटवर्क का प्रयोग करके व्यापार और आवागमन की सुविधा देता रहा है। बांग्लादेश और नेपाल लंबे अरसे से भारत के पोर्ट्स का प्रयोग अपने व्यापार के लिए करते है।
https://hindi.sputniknews.in/20250929/indias-imports-of-russian-energy-surge-20-fold-in-three-years-9843888.html
भारत
भूटान
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2025
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e9/09/1d/9844724_171:0:2902:2048_1920x0_80_0_0_76208e1e98eda5de038f58c22694ba13.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
भारत, भूटान, सीमापार संपर्क परियोजनाओं का अनावरण, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, विदेश सचिव विक्रम मिस्री
भारत, भूटान, सीमापार संपर्क परियोजनाओं का अनावरण, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, विदेश सचिव विक्रम मिस्री
भारत ने भूटान के साथ दो सीमापार संपर्क परियोजनाओं का किया अनावरण
भूटान को भारत से जोड़ने के लिए भारत सरकार दो रेल लाइनों का निर्माण करेगी। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि इन दोनों ही रेल लाइनों का खर्च भारत सरकार उठाएगी।
पहली रेल लाइन असम के कोकराहाट से भूटान के सीमावर्ती गेलिफू शहर को जोड़ेगी। गेलिफू को भूटान 2023 में लिए गए निर्णय के अनुसार माइंडफुलनेस सिटी के तौर पर विकसित कर रहा है। यह रेल मार्ग 69 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर 3456 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
दूसरा रेलमार्ग पश्चिम बंगाल के बनारहाट से भूटान के समत्से को जोड़ेगा। यह रेलमार्ग 20किमी लंबा होगा और इसपर 577 करोड़ रुपए की लागत आएगी। गेलिफू तक जाने वाले रेलमार्ग को पूरा होने में 4वर्ष और समत्से तक जाने वाले रेलमार्ग को पूरा होने में 3वर्ष का समय लगेगा।
रेलमंत्री ने कहा कि इस नए मार्ग के पूरा होने से भूटान को निर्यात और आवागमन के लिए सीधे भारतीय रेलवे के विशाल नेटवर्क से जुड़ने का लाभ मिलेगा।
इन दोनों ही रेलमार्गों के बारे में निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मार्च 2024 में भूटान यात्रा के दौरान लिया गया था और इन परियोजनाओं के दस्तावेज़ों पर औपचारिक हस्ताक्षर सोमवार को किए गए हैं।
भारत इससे पहले भी अपने पड़ोसियों को अपने नेटवर्क का प्रयोग करके व्यापार और आवागमन की सुविधा देता रहा है। बांग्लादेश और नेपाल लंबे अरसे से भारत के पोर्ट्स का प्रयोग अपने व्यापार के लिए करते है।