Sputnik मान्यता
भारतीय और विदेशी विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किया गया क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाओं का गहन विश्लेषण पढ़ें - राजनीति और अर्थशास्त्र से लेकर विज्ञान-तकनीक और स्वास्थ्य तक।

चंद्रमा पर भू-रोबोटिक्स: अन्वेषण का नया चरण

© Photo : Scientific Russia / Olga MerzlyakovaGeology Robots: The Next Step in Moon Exploration
Geology Robots: The Next Step in Moon Exploration - Sputnik भारत, 1920, 05.10.2025
सब्सक्राइब करें
मानवता चंद्र अन्वेषण के एक नए युग की तैयारी कर रही है, इस बार इसका उद्देश्य विभिन्न मिशनों के बजाय निरंतर अनुसंधान हेतु स्थायी अनुसंधान बेस स्थापित करना है। इसके लिए चंद्रमा के संसाधनों, उनकी संरचना और सांद्रता का सावधानीपूर्वक सर्वेक्षण करना आवश्यक है।
रूसी विज्ञान अकादमी (RAS) के वर्नाड्स्की इंस्टीट्यूट ऑफ़ जियोकेमिस्ट्री एंड एनालिटिकल केमिस्ट्री (GEOKHI) के वैज्ञानिकों ने इन अध्ययनों के लिए बहु-स्तरीय परियोजना विकसित की है और चंद्रमा के लिए स्वचालित रोबोट वाहनों की एक संकल्पना तैयार की है।
GEOKHI RAS के लूनर और प्लैनेटरी जियोकेमिस्ट्री लैब के प्रमुख एवगेनी स्लुटा ने साइंटिफिक रशिया पत्रिका को बताया कि यह दृष्टिकोण चंद्रमा के कुशल विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
चंद्रमा लंबे समय से सबसे अधिक अध्ययन किया गया खगोलीय पिंड है। इसका निरीक्षण टेलीस्कोप, उपग्रह और लैंडर मिशनों के माध्यम से किया गया है। स्लुटा के अनुसार पिछली यात्राओं के परिणाम यह समझने में मदद करते हैं कि चंद्रमा के प्रारंभिक विकास के लिए कौन सा भूवैज्ञानिक और संसाधन डेटा महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय संसाधनों का उपयोग किए बिना अनुसंधान लगभग असंभव है।
© Photo : Scientific Russia / Olga MerzlyakovaEvgeny Slyuta
Evgeny Slyuta - Sputnik भारत, 1920, 05.10.2025
Evgeny Slyuta
GEOKHI RAS ने तीन विशेष रोबोटों की अवधारणा तैयार की है। भारी चंद्र रोवर कम से कम 500 किलोमीटर यात्रा करने में सक्षम होगा और क्षेत्रीय भूवैज्ञानिक, भू-रासायनिक और भौतिक भूविज्ञान सर्वेक्षण करेगा। यह रोवर रूमकर पर्वतों के ज्वालामुखीय क्षेत्र और चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों में काम करेगा। ध्रुवीय क्षेत्रों में लगभग लगातार सूर्य का प्रकाश और पानी की बर्फ मौजूद है, जो रिसर्च बेस के लिए महत्वपूर्ण हैं।
भारी रोवर में स्पेक्ट्रोमीटर, 3 मीटर गहरे कोर के लिए ड्रिल, सतह से नमूने इकट्ठा करने के मैनिपुलेटर और भूविज्ञान डेटा संग्रह के उपकरण शामिल होंगे। नमूने सावधानीपूर्वक प्रलेखित किए जाएंगे और पृथ्वी पर विश्लेषण के लिए भेजे जाएंगे। इससे चट्टानों और संसाधनों का वितरण, उनके भू-रासायनिक गुण और सतह संरचनाओं के साथ उनका संबंध स्पष्ट होगा।
ऐसे रोबोटिक मिशन विकसित देशों के लिए आर्थिक रूप से व्यवहार्य हैं। स्वचालित अभियान तकनीकी रूप से परिपक्व हैं और मानव मिशनों की तुलना में बहुत कम लागत वाले हैं। फिर भी मानव उपस्थिति आवश्यक है ताकि बुनियादी ढांचे की स्थापना और स्थानीय संसाधनों का औद्योगिक उपयोग किया जा सके।
मानव ऑपरेटर गहन ड्रिलिंग के लिए भी जरूरी होंगे। चंद्रमा की रेगोलिथ परत अरबों वर्षों की उल्का पिंडों की बमबारी से बनी है और कुछ क्षेत्रों में इसकी मोटाई 18-20 मीटर तक है। स्तरीकृत कोर नमूने चंद्रमा के इतिहास और सौर मंडल के साथ इसके संबंध को समझने में अमूल्य होंगे।
भारी रोवर के अलावा, मध्यम आकार का भूवैज्ञानिक स्काउट वाष्पशील घटकों जैसे पानी की बर्फ का सर्वेक्षण करेगा। यह रोवर 2 मीटर तक गहराई में नमूने एकत्र करेगा और उन्हें मास स्पेक्ट्रोमीटर से विश्लेषित करेगा। एक छोटा भौतिक भूविज्ञान रोवर संभावित अवसंरचना स्थलों का सर्वेक्षण करेगा और सुरक्षित निर्माण के लिए रेगोलिथ की मोटाई और चट्टानों का वितरण जांचेगा।
2036 तक के संघीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को अनुमोदन के लिए भेजा गया है। यदि इसे RAS स्पेस काउंसिल और रोसकोसमोस द्वारा मंजूरी मिलती है, तो इस वर्ष के अंत तक इन रोबोटों के निर्माण और प्रक्षेपण की समय-सारणी स्पष्ट हो सकती है।
Euro bank notes lie on a table in counter of a bank in Dresden, Germany, Monday, June 22, 2009 - Sputnik भारत, 1920, 05.10.2025
Sputnik मान्यता
रूसी संपत्तियों की चोरी यूरोक्लियर, यूरो और यूरोपीय संघ के लिए बड़ी समस्या बनेगी: विशेषज्ञ
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала