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रूसी प्रधानमंत्री मिशुस्तीन ने बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से की मुलाक़ात

© Sputnik / Dmitry Astakhov / मीडियाबैंक पर जाएंPrime Minister Mikhail Mishustin's working visit to China. Day two
Prime Minister Mikhail Mishustin's working visit to China. Day two - Sputnik भारत, 1920, 04.11.2025
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मिशुस्तीन दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर चीन में हैं। इससे पहले, उन्होंने हांग्जो में चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाक़ात की, जहाँ दोनों पक्षों ने वार्ता के बाद कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।
रूसी और चीनी नेताओं द्वारा वार्ता के बाद जारी की गई संयुक्त विज्ञप्ति में कहा गया कि वे ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के भीतर सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं।
इसके अलावा मिशुस्तीन और शी जिनपिंग की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि रूस और चीन सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करना जारी रखते हुए बाहरी चुनौतियों का उचित जवाब देंगे।

बयान में कहा गया, "दोनों देश द्वितीय विश्व युद्ध के परिणामों के संशोधनवाद और उसके इतिहास के मिथ्याकरण का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए तैयार रहने के साथ-साथ अपने प्रमुख हितों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर दृढ़ पारस्परिक समर्थन देंगे।"

मिशुस्तीन और शी जिनपिंग की मुलाक़ात में दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा का विस्तार करने का आह्वान किया गया इसके साथ ही रूस ने "एक चीन" सिद्धांत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसका ताइवान एक अभिन्न अंग है। वहीं चीन ने सुरक्षा, स्थिरता और संप्रभुता सुनिश्चित करने के रूस के प्रयासों का समर्थन किया।

उन्होंने बताया, "दोनों देश आपसी व्यापार की संरचना में सुधार करने पर सहमत हुए हैं वहीं रूस और चीन वैज्ञानिक एवं तकनीकी नवाचार तथा उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को और गहरा करने के इच्छुक हैं और रूस और चीन अपनी गतिविधियों के राजनीतिकरण का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के भीतर परस्पर संपर्क जारी रखने पर सहमत हुए।"

वहीं मास्को और बीजिंग ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक विशेषज्ञ परिषद स्थापित करने पर सहमति व्यक्त करते हुए बताया कि दोनों देश कृत्रिम बुद्धिमत्ता में सहयोग के लिए एक विश्व संगठन बनाने हेतु मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

दोनों पक्षों द्वारा जारी बयान में आर्कटिक में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने पर कहा गया कि रूस और चीन इसके लिए तैयार हैं इसके अलावा रूस और चीन ने अंतरिक्ष गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में संपर्कों को गहरा करने, चंद्र स्टेशन बनाने की परियोजनाओं का समर्थन करने और चंद्र अन्वेषण मिशनों का समन्वय करने पर भी सहमति जताई।

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