https://hindi.sputniknews.in/20251224/riuus-chaand-pri-ek-uchchstriiiy-vidyut-snyntr-bnaaegaa-10268552.html
रूस चांद पर एक उच्चस्तरीय विद्युत संयंत्र बनाएगा
रूस चांद पर एक उच्चस्तरीय विद्युत संयंत्र बनाएगा
Sputnik भारत
रोस्कोस्मोस ने देश के चांद से जुड़े कार्यक्रम के खास हिस्सों में लूनर रोवर्स, वैज्ञानिक वेधशाला और अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन (ILRS) इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भरोसेमंद, लंबे समय तक ऊर्जा देने के लिए एक बड़ा समझौता किया है।
2025-12-24T14:46+0530
2025-12-24T14:46+0530
2025-12-24T14:46+0530
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
रूस का विकास
रूस
मास्को
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
रूसी सैन्य तकनीक
सैन्य तकनीक
तकनीकी विकास
चंद्रमा
अंतरिक्ष अनुसंधान
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/09/0a/8131060_0:6:1281:726_1920x0_80_0_0_b22f940609efbf0f0f7503e8b6fd85ac.jpg
यह अनुबंध 2025 और 2036 के बीच लागू होना है, जिसका लक्ष्य उन्नत अंतरिक्ष यान का निर्माण, ज़मीन पर कड़ा परीक्षण और प्रयोग, उड़ान के दौरान परीक्षण के साथ-साथ चंद्रमा की सतह पर बुनियादी ढांचे को स्थापित करना है।रूस के उपप्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने जून में कहा था कि रूस 2030 तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से धीरे-धीरे अपने काम को राष्ट्रीय कक्षीय स्टेशन पर ले जाने की योजना बना रहा है।
https://hindi.sputniknews.in/20251224/isro-launches-heaviest-ever-communication-satellite-bluebird-block-2-from-sriharikota-10266343.html
रूस
मास्को
अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन (iss)
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2025
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/09/0a/8131060_152:0:1127:731_1920x0_80_0_0_e6f073208df6f7b14a5bc348d42a2113.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
रूस की एजेंसी रोस्कोस्मोस, रूस के चांद से जुड़े कार्यक्रम, रूस के लूनर रोवर्स, रूस की चंद्रमा पर वैज्ञानिक वेधशाला, रूस के अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन, रूस का चांद पर उच्चस्तरीय विद्युत संयंत्र,russian agency roscosmos, russia's moon program, russia's lunar rovers, russia's scientific observatory on the moon, russia's international lunar research station, russia's high-power power plant on the moon
रूस की एजेंसी रोस्कोस्मोस, रूस के चांद से जुड़े कार्यक्रम, रूस के लूनर रोवर्स, रूस की चंद्रमा पर वैज्ञानिक वेधशाला, रूस के अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन, रूस का चांद पर उच्चस्तरीय विद्युत संयंत्र,russian agency roscosmos, russia's moon program, russia's lunar rovers, russia's scientific observatory on the moon, russia's international lunar research station, russia's high-power power plant on the moon
रूस चांद पर एक उच्चस्तरीय विद्युत संयंत्र बनाएगा
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने चंद्रमा मिशन के तहत लूनर रोवर्स, वैज्ञानिक वेधशालाओं और अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन (ILRS) के बुनियादी ढांचे को लंबे समय तक सुरक्षित ऊर्जा देने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह अनुबंध 2025 और 2036 के बीच लागू होना है, जिसका लक्ष्य उन्नत अंतरिक्ष यान का निर्माण, ज़मीन पर कड़ा परीक्षण और प्रयोग, उड़ान के दौरान परीक्षण के साथ-साथ चंद्रमा की सतह पर बुनियादी ढांचे को स्थापित करना है।
रोस्कोस्मोस ने कहा, "यह परियोजना एक स्थायी वैज्ञानिक चंद्र स्टेशन स्थापित करने के साथ-साथ एकल मिशन से दीर्घकालिक चंद्र अनुसंधान कार्यक्रम की ओर बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
रूस के उपप्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने जून में कहा था कि रूस 2030 तक
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से धीरे-धीरे अपने काम को राष्ट्रीय कक्षीय स्टेशन पर ले जाने की योजना बना रहा है।