सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया जो पाकिस्तानी लोगों को प्लास्टिक थैलों में कुकिंग गैस ले जाते हुए दिखाता है।
हालांकि यह भयानक लग सकता है, फिर भी खैबर पख्तूनख्वा में रहनेवाले पाकिस्तानी लोग द्रवित पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) रखने के लिए प्लास्टिक थैलों का प्रयोग करते हैं। इस स्थिति का कारण इस देश में गैस सिलिंडर्स की कमी, गैस की कीमतों में वृद्धि और मुद्रास्फीति है।
एक भारतीय मीडिया के अनुसार, गैस विक्रेता प्लास्टिक थैलियों को एलपीजी से भरते हैं और इसके बाद उन्हें नोजल और वॉल्व की मदद से बंद करते हैं। प्लास्टिक थैले में तीन से चार किलोग्राम गैस तक भरने में करीब एक घंटा लगता है।
स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया कि हाल ही में गैस वाले प्लास्टिक थैलों के प्रयोग में वृद्धि हुई है और पेशावर शहर के अधिकारियों ने दिसम्बर में ऐसे थैलों को बेचने की वजह से 16 विक्रेताओं को गिरफ्तार किया था।
प्लास्टिक थैलों में गैस रखने की वजह से विस्फोट की जोखिम बढ़ती है। इनका प्रयोग करना बिल्कुल खतरनाक है और लोगों को या उनकी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया जा सकता है।
कुछ समय पहले पाकिस्तान के पेट्रोलियम डिविजन ने एक संसदीय पैनल को बताया था कि देश में गैस की कमी के कारण सर्दियों के दौरान घंटों तक गैस का इस्तेमाल बंद किया जाएगा। कराची में यह रिपोर्ट किया गया कि गैस दिन में तीन बार दी जाएगी और 16 घंटे तक नहीं मिलेगी। केंद्र सरकार ने तीन घंटे सुबह को, दो घंटे दोपहर और तीन घंटे शाम को गैस की आपूर्ति करने की योजना बनाई है।