जम्मू और कश्मीर पुलिस ने उन संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में जानकारी देने वाले आदमी को दस लाख रुपये यानी 12 हज़ार डॉलर का इनाम देने की घोषणा की, जिन पर रविवार और सोमवार को एक गांव में दो बच्चों सहित छह लोगों की हत्या का आरोप लगाया गया है।
अधिकारियों ने जनता से वादा किया कि सभी सूत्र गुमनाम रहेंगे।
यह घोषणा डांगरी गांव में अपराध स्थल पर भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आने के समय की गई। एजेंसी ने इस तनावपूर्ण मामले की जांच अपने हाथ में ले ली।
रविवार शाम को डांगरी गांव में आतंकवादियों के हमले के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे। पुलिस ने कहा कि उग्रवादियों ने ग्रामीणों को उनके घरों से बाहर लेकर और उनसे पहचान दस्तावेज दिखाने को कहकर अंधाधुंध रूप से गोली चलाने लगे थे।
बाद में सोमवार की सुबह को एक घर में विस्फोटक उपकरण फटने की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए।
पीड़ितों का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों और शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।
स्थानीय मीडिया ने बताया है कि शोक मनाने वाले लोगों ने जुलूस का आयोजन करके श्मशान घाट पर नारे लगाये।
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गांव का दौरा करके शोक मनाने वाले परिवारों को संवेदना दी थी।