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भारतीय सेना में पहली बार 108 महिलाएं कमांड पोस्ट संभालेंगी

महिला अधिकारियों को सेना में इंजीनियर्स, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई), सिग्नल, आर्मी एयर डिफेंस, इंटेलिजेंस कोर, आर्मी सर्विस कॉर्प्स और आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स में अनुमति दी जाती है।
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भारतीय सेना में पहली बार 108 महिला अधिकारियों को कर्नल के रूप में पदोन्नत किया गया है और उन्हें जल्द ही उन्हें कमांड पोस्ट सौंपी जाएंगी।
यह महिलाएं कर्नल रैंक प्राप्त करने के बाद पुरुषों के समकक्ष सेना की इकाइयों का नेतृत्व करेंगी। कर्नल के पद पर पहुंचने के लिए सभी अफसरों को चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

सूत्रों के हवाले से भारतीय मीडिया ने बताया कि चयन बोर्ड ने 108 महिला अधिकारियों को "कमांड असाइनमेंट के लिए फिट" पाया गया और इस महीने के अंत तक कमांड पोस्टिंग का पहला सेट जारी किया जाएगा। सेना मुख्यालय में 9 जनवरी को लेफ्टिनेंट कर्नल का चयन करने के लिए एक चयन बोर्ड का आयोजन किया था, जिन्हें कर्नल के पद पर पदोन्नत किया जा सके।

कुल 108 रिक्तियों के लिए पदोन्नति के लिए कुल 244 महिला अधिकारियों पर विचार किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि सरकार द्वारा सेना में लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के लिए 108 रिक्तियों को मंजूरी दी गई थी। साथ ही, चयन प्रक्रिया के निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए 60 महिला अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया था।
नवंबर 2021 में सेना ने अपने पुरुष समकक्षों के बराबर महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन (पीसी) प्रदान किया है, जिससे महिलाएं उच्च रैंक हासिल करने की आकांक्षा कर सकती हैं। पीसी प्रदान की गई सभी महिला अधिकारी उच्च नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और चुनौतीपूर्ण सैन्य कार्यों से भी गुजर रही हैं।
सेना में पहली बार पांच महिला अधिकारियों ने प्रतिष्ठित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) और डिफेंस सर्विसेज टेक्निकल स्टाफ कोर्स (डीएसटीएससी) परीक्षा पास की है, जो सालाना सितंबर में आयोजित की जाती है। ये पांच महिलाएं एक साल के कोर्स से गुजरेंगी और कमांड नियुक्तियों के लिए विचार किए जाने के दौरान उन्हें पर्याप्त वरीयता मिलेगी।
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