रूसी विदेश मंत्रालय ने Sputnik को बताया फरवरी की शुरुआत में एक बिलियन डॉलर के आशय पत्र (MOI) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
दरअसल 5 फरवरी को अफगान वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, रूसी व्यापारी प्रतिनिधियों, ईरानी निवेशकों और पाकिस्तानी विशेषज्ञों ने काबुल में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के तहत थर्मल परमाणु संयंत्र के निर्माण, संसाधनों की निकासी और हेरात प्रांत में एक गैस पाइपलाइन का आधुनिकीकरण के लिए समझौते किये हैं।
मंत्रालय ने टिप्पणी की कि "रूस और अफगानिस्तान के बीच एक बिलियन डॉलर व्यापार गठबंधन की स्थापना की जानकारी एक रूसी निजी कंपनी के साथ अफगान अधिकारियों द्वारा किए गए समझौते की गलत सार्वजनिक व्याख्या पर आधारित है।"
"रूसी आर्थिक ऑपरेटर आईईडी-होल्डिंग समंगन प्रांत में 200 मेगावाट कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट बनाने की योजना बना रहा है," मंत्रालय ने कहा।
मंत्रालय के अनुसार, इस समझौते के अंतर्गत सात अन्य निवेश परियोजना में निमरूज़ प्रांत में काबुल-मिलक राजमार्ग का निर्माण, सालांग सुरंग का पुनर्निर्माण, पंजशेर-काबुल जल पाइपलाइन परियोजना, संसाधनों का निष्कर्षण, हेरात प्रांत में एक गैस पाइपलाइन का आधुनिकीकरण, कोयले के भंडार का विकास और जल शोधन सुविधाओं का निर्माण शामिल हैं।