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इमरान खान ने कहा कि वे 'पाकिस्तान को आपदा से बचाने के लिए सभी के साथ सुलह के लिए तैयार हैं'

अप्रैल 2022 में सत्ता खोने के बाद से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शहबाज शरीफ के नेतृत्व में मौजूदा सरकार की आलोचना लगातार कर रहे हैं।
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पूर्व पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान खान ने हाल ही में कहा कि वे देश को "घोर निकटीय आपदा" से बचाने के लिए सभी के साथ "सुलह के लिए तैयार" हैं।

उन्होंने लाहौर शहर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधन देते हुए कहा, "मैं हर किसी से बात करने के लिए तैयार हूं, सभी के साथ सुलह के लिए तैयार हूं, क्योंकि पाकिस्तान को घोर आपदा से बचाने के लिए पूरे देश को एकजुट होने की जरूरत है।"

हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वे भ्रष्टाचार में शामिल किसी भी व्यक्ति के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे। संभव है कि यह बात पाकिस्तान में वर्तमान सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर अप्रत्यक्ष संकेत के रूप में की गई।
खान ने बार-बार शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल पर देश की संपत्ति को "लूटने" का आरोप लगाया है और उन वित्तीय समस्याओं के लिए उन्हें दोषी ठहराया है जिन से इस्लामाबाद प्रभावित हुआ।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख की सुलह के लिए तैयारी उस समय जताई गई जब वे देश की अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण करने को लेकर पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार के साथ बात करते रहे।

इस हफ्ते पर कुछ समय पहले पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 285 रुपये के स्तर तक घटकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा था। इसके साथ मुद्रास्फीति 50 सालों तक के उच्चतम स्तर पर यानी 31.5 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई थी। इस संदर्भ में खान ने प्रधान मंत्री शरीफ और वित्त मंत्री डार से बात की।

उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, "पीडीएम के 11 महीनों के दौरान रुपये में 62 प्रतिशत या 110 डॉलर से अधिक कटौती हुई। इसके कारण सार्वजनिक ऋण में 14.3 [ट्रिलियन और] 75 [वर्षों तक की] ऐतिहासिक रूप से उच्च मुद्रास्फीति में 31.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।"
अगले दिन खान को जवाब देते हुए पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने दावा किया कि यह खान की अध्यक्षता में पिछली सरकार का "खराब शासन" था, जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट किया गया था।
हालांकि इस सप्ताह पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 3.25 अरब डॉलर से बढ़कर 3.82 अरब डॉलर हो गया है, इस्लामाबाद को संप्रभु डिफ़ॉल्ट को रोकने के लिए धन की बड़ी जरूरत है।
डार ने शुक्रवार को कहा कि रुके गए 7 अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से बातचीत चल रही है और अगले सप्ताह वैश्विक ऋणदाता के 1.2 अरब डॉलर की किश्त देने की उम्मीद है।
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