भारतीय मीडिया के मुताबिक भारत के गृह मंत्रालय द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रमुखों को अलर्ट रहने को कहा गया है क्योंकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पंजाब के संगठन वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह पंजाब से या भारत नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर भाग सकता है।
मीडिया ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि अमृतपाल की दो तस्वीरें बीएसएफ़ और एसएसबी को भेजी गई है इन तस्वीरों में वह पगड़ी में और बिना पगड़ी में दिखाया गया है। पंजाब पुलिस खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर चुकी है।
वहीं पंजाब पुलिस ने रविवार को अमृतपाल और उसके सात साथियों के खिलाफ 12 बोर की छह राइफलें और 196 कारतूस बरामद करने का दावा किया और उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।
पंजाब के अमृतसर (ग्रामीण) के एसएसपी सतिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल के एक सहयोगी के पास से 100 से अधिक अवैध कारतूस बरामद किए गए हैं और उसकी टीम से गिरफ्तार किए गए सात लोगों को 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
भारत की समाचार एजेंसी के मुताबिक खुफिया एजेंसियों के एक डोजियर ने सुझाव दिया कि वारिस पंजाब डे के प्रमुख अमृतपाल सिंह हथियार जमा करने और आत्मघाती हमले करने के लिए युवाओं को तैयार करने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों और एक गुरुद्वारे का उपयोग कर रहा है।
इस डोजियर के मुताबिक अमृतपाल सिंह कथित तौर पर पाकिस्तान के आईएसआई और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर पिछले साल दुबई से लौटा था और मुख्य रूप से युवाओं को मानव बम बनाने के लिए ब्रेनवॉश करने में लगा हुआ था।