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भारत और अफ्रीका आतंकवाद के साझा खतरों का कर रहा सामना: सेना प्रमुख

भारत और अफ्रीकी महाद्वीप के 23 देशों के बीच 10 दिवसीय अफ्रीका-भारत क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास 'AFINDEX- 2023' का दूसरा संस्करण 21 मार्च को महाराष्ट्र के पुणे में शुरू हुआ। AFINDEX-2023 में मंगलवार को थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने अफ्रीकी देशों के सैन्य प्रमुखों के सम्मेलन की मेजबानी की।
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सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ने में भारत-अफ्रीका सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया। वह पुणे में भारत-अफ्रीका सेना प्रमुखों के सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि भारत और अफ्रीकी देशों के बीच सहयोग दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा।

"हम आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के साझा खतरों का सामना करते हैं जो हमारे विकास लक्ष्यों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने में हमारे सहयोग और आपसी क्षमताओं को मजबूत करना साल 2018 में प्रधान मंत्री द्वारा घोषित अफ्रीका से सहयोग के 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों में से एक था," सेना प्रमुख पांडे ने कहा।

साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका एक तिहाई मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं और अफ्रीका के 46 देशों में फैले भारतीय प्रवासी दुनिया भर में कुल भारतीय प्रवासियों का लगभग 12.5 प्रतिशत हैं। ये बड़ी संख्या विभिन्न क्षेत्रों में हमारे बीच सहयोग की विशाल क्षमता को दर्शाती है।
सेना प्रमुख ने कहा कि भारत और अफ्रीका के रक्षा बलों के बीच संबंध क्षेत्रों के बीच व्यापक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण घटक है।
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"हमारा सामूहिक अनुभव उभरते सुरक्षा खतरों के लिए हमें बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद कर सकता है। अफ्रीकी सेनाओं को कठिन और चुनौतीपूर्ण परिचालन वातावरण में काम करने का अनुभव है और वे अपनी रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकते हैं," जनरल पांडे ने कहा।

इसके अलावा सेना प्रमुख ने कहा कि अफ्रीकी सेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य आपसी सीखने और क्षमता वृद्धि की संभावनाओं को बढ़ाना है।
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