रूस ने भूस्थैतिक कक्षा में अंतरिक्ष यानों के संचार को बाधित करने में सक्षम नई इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) प्रणाली को बनाया है, इस से संबंधित एक सूत्र ने Sputnik को बताया।
उन्होंने कहा कि "यह [भूस्थैतिक कक्षा] समुद्र तल से लगभग 36 हजार किलोमीटर (लगभग 22,300 मील) ऊपर है।"
सूत्र ने नई रूसी एलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली के बारे में ज्यादा बताने से इनकार करके केवल यह कहा कि "कम दूरी पर इसके एमिटरों की शक्ति दबिश में ही नहीं, दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक्स को नष्ट करने में भी सक्षम है।"
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा जारी किए गए एक दस्तावेज़ के अनुसार, रूसी सशस्त्र बल इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के विशेषज्ञ का दिवस 2006 मना रहे हैं और यह दावा इस दिवस के मौके पर किया गया है।
अब रूसी सेना में "क्रसुखा," "मोस्कवा," "इनफौना," "लीर," और "ट्रायड" सहित विभिन्न उन्नत एलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियाँ हैं, जिनमें से कुछ प्रणालियों का प्रयोग यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान के दौरान किया जा रहा है।
एलेक्ट्रॉनिक युद्ध सैन्य संघर्ष में दुश्मन के खिलाफ एल्क्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम के किसी भी सामरिक उपयोग से संबंधित है। जैमिंग नामक उसके एक प्रकार का प्रयोग अधिकतर किया जाता है, जिसका उद्देश्य रेडियो प्रसारण को बाधित करने की मदद से संदेशों का आदान-प्रदान करने की दुश्मन की क्षमता को कम करना है।