राजनीति
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विरोध प्रदर्शन में सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है: बजरंग पुनिया

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश के शीर्ष पहलवानों ने नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर अपना धरना फिर से शुरू कर दिया है।
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इस के अलावा भारतीय ओलंपिक संघ अपने गठन के 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की कार्यकारी समिति के चुनाव कराने और WFI के दिन-प्रतिदिन के मामलों के प्रबंधन के लिए एक तदर्थ समिति का गठन करेगा।ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने सोमवार को कहा कि इस बार विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए "सभी दलों का स्वागत है"

“सभी दलों का स्वागत है, चाहे वह भाजपा हो, कांग्रेस हो, आम आदमी पार्टी हो या कोई अन्य पार्टी। जब हम पदक जीतते हैं तो हम किसी पार्टी का झंडा नहीं बल्कि भारतीय झंडा लहराते हैं। जब हम पदक जीतते हैं, तो हर कोई हमें बधाई देने के लिए आगे आते हैं और न ही हम किसी एक पार्टी से जुड़े हैं। हम इस देश का हिस्सा हैं और सभी भारतीयों का विरोध में शामिल होने के लिए स्वागत है। अगर हम देश की महिलाओं के लिए नहीं लड़ेंगे तो हम किसी भी चीज के खिलाफ नहीं लड़ सकते," पुनिया ने कहा।

गौरतलब है कि इस साल जनवरी में, बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, रवि दहिया, और साक्षी मलिक सहित अन्य पहलवानों ने जंतर-मंतर पर अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया था, यह आश्वासन मिलने के बाद कि एक समिति WFI प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न और दुराचार के आरोपों की जांच करेगी।
दरअसल पहलवान रविवार को फिर धरने पर बैठे और दावा किया कि उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए गए और आश्वासन के बावजूद उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं।
बता दें कि जनवरी में पहलवानों के विरोध का समर्थन करने आई मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता बृंदा करात को मंच से नीचे उतरने के लिए कहा गया था। पहलवानों ने तब कहा था कि वे विरोध को राजनीतिक नहीं बनाना चाहते। तब कहा गया था कि किसी भी राजनेता को मंच पर बोलने नहीं दिया जाएगा।
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दिल्ली में पहलवानों का विरोध: क्या यह वर्चस्व के लिये लड़ाई है?
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से एक रिपोर्ट मांगी है, एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा।

"अभी तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ सात शिकायतें मिली हैं और उन सभी की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुख्ता सबूत सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी," अधिकारी ने कहा।

इस के अलावा भारतीय ओलंपिक संघ अपने गठन के 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की कार्यकारी समिति के चुनाव कराने और WFI के दिन-प्रतिदिन के मामलों के प्रबंधन के लिए एक तदर्थ समिति का गठन करेगा।
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