रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव, ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोलाहियन, सीरियाई विदेश मंत्री फैसल मिकदाद और तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने मास्को में बैठक की है।
रूसी विदेश मंत्री लवरोव ने रूस, तुर्की, सीरिया और ईरान के विदेश मंत्रियों की बैठक को महत्वपूर्ण कहकर उस बात पर जोर दिया कि तुर्की-सीरियाई संबंधों के सामान्यीकरण की प्रक्रिया क्षेत्र में और पूरे मध्य पूर्व में स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
इसके साथ लवरोव ने अंकारा और दमिश्क के संबंधों के सामान्यीकरण के लिए रोडमैप बनाने का प्रस्ताव दिया, जिस में सुरक्षा मुद्दों को शामिल करना चाहिए। उनके अनुसार, इस रोडमैप में सभी सीरियाई क्षेत्र पर सीरियाई सरकार के नियंत्रण की बहाली का मुद्दा भी शामिल होने वाला है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि रूस, तुर्की, सीरिया और ईरान के विदेशमंत्रालयों की अगली बैठक तक इस रोडमैप को तैयार किया जाना चाहिए, और बाद में इसे राष्ट्रपतियों को प्रस्तुत किया जाएगा।
अपना भाषण देते हुए लवरोव ने यह भी बताया कि अमेरिका ने सीरिया में स्थिति को अस्थिर करने के लिए दाएश* का इस्तेमाल करते हुए "स्वतंत्र सीरिया की सेना" बनाना शुरू कर दिया है।
"हमारी जानकारी के अनुसार, अमेरिकियों ने स्थानीय अरब जनजातियों, दाएश के आतंकवादियों और अन्य आतंकवादी संगठनों के प्रतिनिधियों का इस्तेमाल करते हुए सीरियाई रक्का के आसपास तथाकथित "स्वतंत्र सीरिया की सेना" बनाना शुरू कर दिया है। लक्ष्य स्पष्ट है: देश में स्थिति को अस्थिर करने के लिए सीरियाई सरकार के वैध सशस्त्र बलों के खिलाफ इन उग्रवादियों का उपयोग करना है", लवरोव ने विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान कहा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि "हमारे सैन्य सहयोगियों" ने हाल ही में इस समस्या पर चर्चा की थी, वे "इस दिशा में संयुक्त कार्रवाई की योजना पर" सहमत हुए थे।
याद दिलाएं कि अप्रैल के अंत में मास्को में इन चार देशों के रक्षा मंत्रियों की बातचीत हुई थी। सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने तब कहा था कि बैठक के दौरान सीरिया के क्षेत्र से तुर्की सैनिकों को निकालने के मुद्दे पर चर्चा हुई थी। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने तब Sputnik को बताया था कि देशों ने अंकारा और दमिश्क के संबंधों को सामान्य करने के लिए ठोस कदमों पर विचार-विमर्श किया था।
* रूस में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन