स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका की आगामी राजकीय यात्रा के दौरान भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका जेट इंजन के सह-निर्माण पर सहमत हो सकते हैं।
US 'जनरल इलेक्ट्रिक (GE) और भारत की राज्य समर्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भारत में कथित जेट इंजन सौदे के तहत GE-414 जेट इंजन का सह-निर्माण करेगी।
भारत में अमेरिकी रक्षा निर्यात की तेजी का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो निर्यात 2008 में लगभग शून्य था वह अब बढ़कर 2020 में $20 बिलियन हो गया है। रूस अभी भी भारत का सबसे बड़ा रक्षा भागीदार बना हुआ है, जो 2017-22 के बीच भारत की कुल हथियार आवश्यकताओं का लगभग 45 प्रतिशत पूरा कर रहा है।
भारत अपने तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LAC) मार्क 2 (MK2) प्रोग्राम को शक्ति देने के लिए जेट इंजन तकनीक मांग कर रहा है।
बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन वर्तमान में चीन के प्रति अपने संबंधित सुरक्षा नीति दृष्टिकोण में बढ़ते अभिसरण के बीच दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान के साथ परामर्श करने के लिए नई दिल्ली में हैं। सुलिवन ने 13 जून को अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (ICET) वार्ता पर US-इंडिया पहल का दूसरा दौर आयोजित किया था।