राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ एक प्रेस वार्ता के दौरान मोदी ने कहा, "यूक्रेन में घटनाओं की शुरुआत से ही, भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से विवाद के समाधान पर जोर देता रहता है।"
"हम शांति बहाल करने के लिए किसी भी तरह से योगदान देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"
यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत से ही भारत ने इस प्रश्न पर तटस्थ रुख अपनाया। इसी बीच अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश लगातार भारत पर दबाव डालने का प्रयास करते रहते हैं कि भारत रूस के साथ सहयोग से इनकार कर दे। फिर भी अपने तटस्थ रवैये को लेकर आश्वस्त होकर भारत रूस के साथ आर्थिक साझेदारी को प्रबल करता है।