प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत के अगले 25 साल "कर्तव्य काल" होने जा रहे हैं क्योंकि देश अपने "कर्तव्य" (कर्तव्यों) को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है।
"भारत अपने कर्तव्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। आजादी के अगले 25 साल हमारे कर्तव्य काल होने जा रहे हैं। आजादी के 100 साल के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए, हमने अपने 'अमृत काल' को 'कर्तव्य काल' का नाम दिया है," पीएम मोदी ने कहा।
साथ ही उन्होंने कहा कि भारत प्रौद्योगिकी और अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है, जबकि देश में आध्यात्मिक केंद्र पुनर्जीवित हो रहे हैं।
"भारत के पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप अर्थव्यवस्था है और यह डिजिटल टेक्नोलॉजी और 5जी टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में बड़े देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है," पीएम मोदी ने कहा।
इसके अलावा मोदी ने याद दिलाया कि हजारों वर्षों से भारतीय संतों ने 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की भावना को समृद्ध किया है।