डबलिन से 28 वर्षीय राइस बर्न ने यूक्रेनी जवाबी हमले पर टिप्पणी करते हुए अंग्रेजी भाषी मीडिया के सामने खुलासा किया कि "जीरो लाइन' पर यह भयावह है। बस एक नरसंहार है। यह वध है।"
साथ ही उसने कीव शासन द्वारा क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने की लड़ाई को भयावह बताया। उसने कहा, "हमें जीवित नहीं रहना चाहिए। मेरा मतलब है कि हम मौत के करीब से भी ज्यादा करीब थे।"
इसके अलावा भाड़े के सैनिक ने कहा कि "वह रूस के बड़े से T-72 टैंकों से इतना प्रभावित हुआ कि वह सीधे ट्रेन की ओर भाग गया जो उसे लड़ाई के क्षेत्र से बाहर ले गई।"
गौरतलब है कि रूस द्वारा फरवरी 2022 में विशेष सैन्य अभियान शुरू करने के बाद 84 देशों के कुल 11,675 विदेशी भाड़े के सैनिक यूक्रेन सशस्त्र बलों के पक्ष में लड़ाई में शिरकत करने के लिए यूक्रेन पहुंचे। रूस के सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, विशेष सैन्य अभियान के दौरान 4,845 विदेशी भाड़े के सैनिकों को नष्ट कर दिया गया है, जबकि अन्य 4,801 भाड़े के सैनिक यूक्रेन से अपनी जान बचाकर भाग गए।