संयुक्त राष्ट्र अंतराष्ट्रीय बाल आपातकालीन फ़ंड (UNICEF) द्वारा जारी किए गये एक बयान के मुताबिक बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में स्थित रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों के 3 लाख बच्चों ने स्कूल में इस साल के लिए नामांकन भरा है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के अनुसार शरणार्थी शिविरों के स्कूलों ने आग और चक्रवात मोका का सामना किया और इसके बावजूद बच्चों ने कक्षाओं में भड़चड़ कर हिस्सा लिया। रिपोर्ट में कहा गया कि किशोरों और लड़कियों के लिए विस्तारित शिक्षा के अवसरों की बदौलत रिकॉर्ड नामांकन संभव हो पाया।
बांग्लादेश में UNICEF के प्रतिनिधि शेल्डन येट ने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी बच्चे सीखना चाहते हैं और बेहतर भविष्य के लिए अपनी आशाओं और सपनों को वास्तविक क्षमता में बदलना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार रिकार्ड लड़कियों का नामांकन शिक्षा जारी रखने में सहायता करने के प्रयास कराने के एक वजह से भी है।
इस बार ऐसा पहली बार हो रहा है जब सभी उम्र के रोहिंग्या शरणार्थी बच्चे म्यांमार पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई करेंगे।