शनिवार को जर्मन मीडिया में यह बात सामने आई है कि बर्लिन ने यूक्रेन को इस साल लूना एनजी आवीक्षी ड्रोन देने की योजना बनाई है। आवीक्षी ड्रोनों की आपूर्ति जर्मन रक्षा कंपनी राइनमेटॉल सरकारी अनुबंध पर करेगी। पैकेज में ड्रोन ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन, कैटापल्ट लॉन्चर और सैन्य ट्रक सम्मिलित होंगे।
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार लूना एनजी एक उन्नत सैन्य प्रणाली है जो न केवल टोह ले सकता है, बल्कि एलटीई (LTE) नेटवर्क को बनाए रखने, दुश्मन के संचार को बाधित करने या जाम करने में भी सक्षम है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ड्रोन की अधिकतम उड़ान ऊंचाई 5,000 मीटर है। आवीक्षण सर्वेक्षण की दूरी कई सौ किलोमीटर है। इसके साथ-साथ, समाचार आउटलेट ने कहा कि ड्रोन के भविष्य के संस्करण के हथियार ले जाने में सक्षम होंगे, लेकिन जो ड्रोन यूक्रेन भेजे जाएंगे, वे हथियार से सुसज्जित नहीं होंगे।
फरवरी 2022 में यूक्रेन के बिरुद्ध रूसी विशेष सैन्य अभियान शुरू होने के बाद अमेरिका सहित पश्चिम यूक्रेन को सैन्य सहायता की आपूर्ति करने लगे हैं। 2022 की पहली छमाही में पश्चिमी देशों की ओर से तोपों के बमों और यूक्रेनी सैनिकों के प्रशिक्षण जैसी सहायता मिल रही थी। आगे चलकर पैकेजों में टैंक सहित भारी हथियारों को सम्मिलित किया गया। अब यूक्रेन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति मांग रहा है। क्रेमलिन ने बार-बार कीव को हथियारों की आपूर्ति के विरुद्ध सीधी चेतावनी दी है कि इन हथियारों को एक वैध सैन्य लक्ष्य माना जाएगा।