यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

जर्मनी 2023 में यूक्रेन को हवाई सर्वे के लिए देगा ड्रोन: रिपोर्ट

© AP Photo / Jens MeyerSoldiers of the German Federal Armed Forces Bundeswehr stand beside the Luna reconnaissance drone during a press presentation in the 37th armoured infantry regiment in Frankenberg, eastern Germany, Tuesday, May 26, 2020. (AP Photo/Jens Meyer)
Soldiers of the German Federal Armed Forces Bundeswehr stand beside the Luna reconnaissance drone during a press presentation in the 37th armoured infantry regiment in Frankenberg, eastern Germany, Tuesday, May 26, 2020. (AP Photo/Jens Meyer) - Sputnik भारत, 1920, 13.08.2023
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बर्लिन इस साल के अंत तक यूक्रेन को लूना एनजी (LUNA NG) आवीक्षी ड्रोन की आपूर्ति करेगा, जर्मन मीडिया ने बताया।
शनिवार को जर्मन मीडिया में यह बात सामने आई है कि बर्लिन ने यूक्रेन को इस साल लूना एनजी आवीक्षी ड्रोन देने की योजना बनाई है। आवीक्षी ड्रोनों की आपूर्ति जर्मन रक्षा कंपनी राइनमेटॉल सरकारी अनुबंध पर करेगी। पैकेज में ड्रोन ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन, कैटापल्ट लॉन्चर और सैन्य ट्रक सम्मिलित होंगे।
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार लूना एनजी एक उन्नत सैन्य प्रणाली है जो न केवल टोह ले सकता है, बल्कि एलटीई (LTE) नेटवर्क को बनाए रखने, दुश्मन के संचार को बाधित करने या जाम करने में भी सक्षम है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ड्रोन की अधिकतम उड़ान ऊंचाई 5,000 मीटर है। आवीक्षण सर्वेक्षण की दूरी कई सौ किलोमीटर है। इसके साथ-साथ, समाचार आउटलेट ने कहा कि ड्रोन के भविष्य के संस्करण के हथियार ले जाने में सक्षम होंगे, लेकिन जो ड्रोन यूक्रेन भेजे जाएंगे, वे हथियार से सुसज्जित नहीं होंगे।
A Russian serviceman taking part in Moscow's special military operation in Ukraine. File photo - Sputnik भारत, 1920, 13.08.2023
यूक्रेन संकट
यूक्रेनी आतंकवादी आक्रमण जारी, बेलगोरोड क्षेत्र में रूसी सेना ने एक और ड्रोन किया नष्ट
फरवरी 2022 में यूक्रेन के बिरुद्ध रूसी विशेष सैन्य अभियान शुरू होने के बाद अमेरिका सहित पश्चिम यूक्रेन को सैन्य सहायता की आपूर्ति करने लगे हैं। 2022 की पहली छमाही में पश्चिमी देशों की ओर से तोपों के बमों और यूक्रेनी सैनिकों के प्रशिक्षण जैसी सहायता मिल रही थी। आगे चलकर पैकेजों में टैंक सहित भारी हथियारों को सम्मिलित किया गया। अब यूक्रेन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति मांग रहा है। क्रेमलिन ने बार-बार कीव को हथियारों की आपूर्ति के विरुद्ध सीधी चेतावनी दी है कि इन हथियारों को एक वैध सैन्य लक्ष्य माना जाएगा।
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