मैकग्रेगर ने X (पूर्व ट्विटर) पर कहा, "हम अरबों डॉलर की मूल्य के उपकरण भेज रहे हैं और इनमें से अधिकांश संभवतः काले बाजार में लुप्त हो जाते हों, और पैसा जहां जाना चाहिए, वह वहां कभी भी नहीं जाता! अभी जो हो रहा है हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।"
फ़रवरी 2022 में यूक्रेन में रूसी विशेष सैन्य अभियान प्रारंभ होने के बाद पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को ज्यादा सैन्य सहायता की आपूर्ति करना शुरू किया था। यह सहायता 2022 में तोपों के लिए गोला-बारूद और यूक्रेनियों के प्रशिक्षण से लेकर बाद में टैंक सहित भारी हथियारों तक विकसित हुई। कई महीनों से यूक्रेन लड़ाकू विमानों की भी मांग कर रहा है।
क्रेमलिन ने बार-बार कीव को हथियार की आपूर्ति को लेकर चेतावनी दी है कि इस हथियार को वैध सैन्य लक्ष्य माना जाएगा। मास्को ने इस बात पर भी जोर दिया कि पश्चिमी हथियारों का बड़ा भाग संभवतः काले बाजार में पहुंच जाएगा।
जून के अंत में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने कई मामले दर्ज किये जब पश्चिम द्वारा कीव को भेजे गए हथियार इजरायली सीमा के पास पाए गए।