हाल ही में मीडिया में यह बात सामने आई है कि सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने शुक्रवार (1 सितंबर) को सिंगापुर 9वें राष्ट्रपति पद के चुनाव में शानदार जीत दर्ज की।
66 वर्षीय थर्मन शनमुगरत्नम 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे। निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति चुनाव में शनमुगरत्नम को 70.4 प्रतिशत मत मिले। उनके प्रतिद्वंद्वियों यानी एन. कोक सोंग और टेन किन लियान को क्रमश: 15.72 प्रतिशत और 13.88 प्रतिशत वोट मिले।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने शनमुगरत्नम को उनकी विजय पर बधाई देते हुए कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि वे [नए राष्ट्रपति] अपने कर्तव्यों को यथा उचित स्तर पर करेंगे।"
शनमुगरत्नम 2001 में राजनीति की दुनिया में सम्मिलित हुए। 20 सालों से अधिक समय तक शनमुगरत्नम सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी से जुड़े हुए थे। इस अंतराल उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य किया और मंत्री पद पर भी आसीन रहे।
शनमुगरत्नम ने जुलाई में औपचारिक रूप से अपना राष्ट्रपति अभियान प्रारंभ किया। उन्होंने सिंगापुर की संस्कृति को विकसित करने का वायदा किया ताकि वह सारी दुनिया में चमकती रहे ।
निवर्तमान राष्ट्रपति मैडम हलीमा याकूब का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। वे सिंगापुर के 8वीं राष्ट्रपति और पहली महिला राष्ट्रपति हैं।
साल 2011 के बाद यह सिंगापुर का पहला राष्ट्रपति चुनाव था।
बता दें कि श्री थर्मन सिंगापुर के तीसरे भारतीय मूल के राष्ट्रपति होंगे। इससे पहले भारतीय मूल के सेल्लापन रामनाथन और चेंगारा वीटिल देवन नायर भी राष्ट्रपति बन चुके हैं।