पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में गिलगित-बाल्टिस्तान का दौरा किया।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, राजदूत के दौरे को दूतावास और स्थानीय सरकार दोनों ने गुप्त रखा था क्योंकि यात्रा के बारे में कोई विवरण मीडिया को उपलब्ध नहीं कराया गया था। दूत की यात्रा के बारे में एकमात्र आधिकारिक जानकारी गिलगित बाल्टिस्तान के डिप्टी स्पीकर के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में दी गई।
इस बीच भारत ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की हालिया पीओके यात्रा पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके दौरान उन्होंने बार-बार इस क्षेत्र को एजेके के रूप में संदर्भित किया था, जो 'आजाद जम्मू और कश्मीर' का संक्षिप्त नाम है।
वहीं गिलगित-बाल्टिस्तान में विपक्षी नेता काज़िम मेसुम ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की छह दिवसीय यात्रा पर सवाल उठाया है और उनकी 'रहस्यमय गतिविधियों' पर चिंता व्यक्त की है।
गौरतलब है कि अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर के इस क्षेत्र के दौरे के बाद, ब्लोम की यात्रा पीओके में किसी अमेरिकी राजनयिक की दूसरी यात्रा थी।
“उन्होंने पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से का दौरा किया। यदि ऐसा कोई राजनेता घर पर अपनी संकीर्ण मानसिकता वाली राजनीति करना चाहता है तो यह उसका व्यवसाय हो सकता है, लेकिन इसके अनुसरण में हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करने से यह हमारा हो जाता है," भारत ने उस समय कड़े शब्दों में एक बयान जारी कर कहा था।