व्यापार और अर्थव्यवस्था

जनवरी-जून में भारत रूसी उर्वरकों के मुख्य खरीदारों में से एक बन गया

सार्वजनिक डेटा के अनुसार जनवरी-जून में रूसी कंपनियों ने 57 देशों को कुल 6.6 अरब डॉलर के उर्वरक की आपूर्ति की।
Sputnik
2023 की पहली छमाही में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में रूसी उर्वरक निर्यात कम से कम 6.6 अरब डॉलर हो गया है, रूसी उर्वरकों के सबसे बड़े आयातकों में भारत के साथ ब्राज़ील और अमेरिका सम्मिलित हैं, संयुक्त राष्ट्र कॉमट्रेड के आंकड़ों के आधार पर Sputnik ने गणना की।

रूसी निर्यात का लगभग आधा हिस्सा ब्राज़ील (1.9 अरब डॉलर) और भारत (1.3 अरब डॉलर) को भेजा गया। तीसरे स्थान पर अमेरिका है, जिसने 890 मिलियन डॉलर का उर्वरक खरीदा। चीन (632 मिलियन डॉलर) चौथे स्थान पर खड़ा है, पांचवें स्थान पर मेक्सिको (429 मिलियन डॉलर) है।

दस सबसे बड़े खरीदारों में तुर्की भी सम्मिलित है, जिसने खरीदारी पर 170 मिलियन डॉलर खर्च किए, जबकि जर्मनी ने 151 मिलियन डॉलर का उर्वरक खरीदा। सर्बिया, फ्रांस और कजाकिस्तान ने भी एक सौ मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के उर्वरकों का आयात किया। ग्वाटेमाला और पोलैंड ने भी 2023 की पहली छमाही में बड़ी खरीदारी (क्रमशः 93 मिलियन डॉलर और 77 मिलियन डॉलर) की।
उल्लेखनीय है कि पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद कई और यूरोपीय देश रूसी उर्वरक खरीदना जारी रखते हैं। इनमें बुल्गारिया, स्पेन, नीदरलैंड, चेक गणराज्य और इटली जैसे देश सम्मिलित हैं।
रूस की संघीय सीमा शुल्क सेवा के अनुसार रूस ने पिछले वर्ष के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 19.295 अरब डॉलर मूल्य के उर्वरकों की आपूर्ति की, जो एक साल पहले के परिणाम से 1.5 गुना अधिक है।
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