यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

ब्रिटेन के पूर्व रक्षा सचिव ने यूक्रेन को युवाओं की लामबंदी का दिया सुझाव

ब्रिटेन के पूर्व रक्षा सचिव बेन वालेस ने रविवार को कहा कि फिलहाल मोर्चे पर यूक्रेनी सैनिकों की औसत उम्र 40 साल से ऊपर है। इसलिए देश की पुरुष आबादी की लामबंदी के पैमाने को बढ़ाने के बारे में सोचना उचित है, जैसा कि ब्रिटेन ने 1939 और 1941 में किया था।
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बेन वालेस ने ब्रिटिश अखबार के लिए अपने लेख में यह भी कहा कि वे भविष्य के लिए युवाओं को संरक्षित करने की यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की इच्छा को समझते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि कोई भी ठहराव रूस को "एक नई सेना बनाने" की अनुमति देगा।
दरअसल यूक्रेनी अधिकारियों ने 24 फरवरी, 2022 को देश में मार्शल लॉ लागू किया था, उसी दिन रूस ने अपना विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था। अगले दिन, ज़ेलेंस्की ने सामान्य लामबंदी पर एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए। पिछले महीने, यूक्रेनी संसद ने मार्शल लॉ को 15 नवंबर तक बढ़ा दिया।
यूक्रेन ने एक महीने के स्थगन और आसन्न जीत के बारे में प्रचार के बाद जून में अपना जवाबी हमला शुरू किया था।
सितंबर में, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि कीव तीन महीने के जवाबी हमले में अपने किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में विफल रहा। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी भी यूक्रेनी सैनिकों के बीच जबरदस्त नुकसान की रिपोर्ट करते हैं। उदाहरण के लिए, सितंबर में रूसी सशस्त्र बलों ने 17,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों को नष्ट कर दिया।
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