भारत-रूस संबंध
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रूस से भारत का तेल आयात सितंबर में 16% बढ़ा

तेल के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक होने के नाते भारत रूस से तेल आयात कई महीनों से बढ़ रहा है। पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद, भारत रूसी तेल खरीदना जारी रखता है, और भारतीय विदेश मंत्री ने रूस से तेल आयात जारी रखने के भारत के फैसले को राष्ट्रीय हित में लिया गया निर्णय कहा था।
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LSEG, केप्लर और वोर्टेक्सा के आंकड़ों के अनुसार, रूस से भारत का तेल आयात सितंबर में 16% बढ़ा।
दरअसल भारत ने सितंबर महीने में लगभग 1.55 मिलियन बैरल प्रतिदिन (BPD) रूसी तेल का आयात किया, जो अगस्त से 16 प्रतिशत अधिक है, जबकि इराक से आयात 17% बढ़कर लगभग 1.1 मिलियन बीपीडी हो गया, LSEG डेटा में दिखाया गया।
वोर्टेक्सा का अनुमान है कि रूसी तेल आयात 1.52 मिलियन बैरल प्रति दिन है, जो अगस्त के 1.44 मिलियन बैरल प्रति दिन से अधिक है। इस बीच LSEG डेटा से पता चलता है कि सितंबर में सऊदी अरब से भारत का आयात गिरकर लगभग 676,000 बीपीडी हो गया, जो अगस्त से 10% कम है।
"रिफाइनर द्वारा अक्टूबर के अंत तक इकाइयों का रखरखाव पूरा करने के बाद रूस से भारत का आयात 2 मिलियन बीपीडी के करीब पहुंच जाएगा," केप्लर के प्रमुख क्रूड विश्लेषक विक्टर कटोना ने कहा।
गौरतलब है कि पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के बाद पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने और रूस से खरीदारी बंद करने के बाद भारतीय रिफाइनर कंपनियों ने भारी मात्रा में रियायती दर पर रूसी तेल की ख़रीद करना शुरू किया था।
इसके साथ वाणिज्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2023 की अप्रैल-अगस्त की अवधि के दौरान रूस से भारत के आयात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो लगभग दोगुना होकर 25.69 अरब डॉलर हो गया है। वर्ष 2022 की इसी अवधि के दौरान रूस से आयात 13.77 अरब डॉलर दर्ज किया गया था।
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