वहीं, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने रूसी मीडिया को एक साक्षात्कार में कहा, ''यूक्रेनी के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा दिया गया बयान संयुक्त राष्ट्र के लिए 'ठंडी बौछार' होना चाहिए।''
ज़खारोवा ने कहा, "रूसी विदेश मंत्रालय ने बार-बार कहा है कि ज़ेलेंस्की शासन यूरोप को ब्लैकमेल करने के लिए ज़पोरोज्ये परमाणु संयंत्र को "एक गंदे बम" के रूप में देखता है। रूस ने सभी परमाणु सुरक्षा-केंद्रित प्लेटफार्मों पर परमाणु संयंत्र पर यूक्रेनी गोलाबारी के बारे में व्यापक डेटा प्रदान किया है। हमने जो कहा है, उस सब की पुष्टि की जाएगी।"
ज़खारोवा ने इस बात पर भी बल दिया कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि यह मालूम करने में बार-बार विफल रहे हैं कि ऊर्जा संयंत्र पर हमले कहां से हो रहे थे।
सोमवार (9 अक्टूबर को) यूक्रेन के रक्षा खुफिया प्रमुख काइरिलो बुडानोव ने स्वीकार किया है कि यूक्रेन ने ज़पोरोज्ये परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर गोलाबारी करने के कई प्रयास किए थे। उन्होंने कहा, ''कीव ने तीन बार संयंत्र पर कब्ज़ा करने का प्रयास किया था, लेकिन ये निरर्थक साबित हुए क्योंकि रूसी सैनिकों ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।''
रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने इस बात पर जोर दिया है कि कीव शासन ज़पोरोज्ये परमाणु संयंत्र को निशाना बनाकर एक परमाणु खतरा पैदा करने की कोशिश कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने परमाणु संयंत्र के आसपास एक सुरक्षित क्षेत्र बनाने के महत्व पर बल दिया है।