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रूस ने सितंबर में बढ़ाया तेल निर्यात, जुलाई 2022 के बाद से प्राप्त सबसे बड़ा मुनाफ़ा

ओपेक+/OPEC+ के साथ समझौते में रूस द्वारा तेल उत्पादन में स्वैच्छिक कटौती के बावजूद रूसी तेल निर्यात और राजस्व दोनों जुलाई 2022 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
Sputnik
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के नवीन आंकड़ों से पता चला है कि रूस का तेल निर्यात पिछले माह की तुलना में सितंबर में 460 हज़ार बैरल प्रति दिन (बीपीडी) बढ़कर 7.6 मिलियन बीपीडी हो गया।
एजेंसी की मासिक रिपोर्ट के अनुसार इसके कारण देश को जुलाई 2022 के बाद से अपना उच्चतम राजस्व प्राप्त हुआ, जो कि 18.8 अरब डॉलर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "रूस का तेल निर्यात राजस्व सितंबर में 1.8 अरब डॉलर बढ़ गया और जुलाई 2022 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिसका श्रेय रूसी तेल उत्पादों की उच्च कुल मात्रा और उच्च भारित औसत कीमतों के संयोजन को जाता है।"

आईईए की रिपोर्ट के अनुसार चीन और भारत रूस के कच्चे तेल के सबसे बड़े आयातक बने हुए हैं। उदाहरण के लिए, रूस की तरफ चीन को होने वाला तेल निर्यात 270 हज़ार बीपीडी बढ़ गया है।
एजेंसी के अनुमान से पता चलता है कि तेल निर्यात राजस्व में तेल उत्पादों से प्राप्त राजस्व की तुलना में अधिक (1.5 अरब डॉलर) वृद्धि हुई है। हालांकि कुल निर्यात राजस्व में पिछले वर्ष के स्तर की तुलना में 2.6 अरब डॉलर की कमी हुई है। एजेंसी के अनुसार तेल उत्पादों (220 हज़ार बीपीडी) और कच्चे तेल (लगभग 250 हज़ार बीपीडी) के महीने-दर-महीने आपूर्ति में वृद्धि ने समग्र निर्यात वृद्धि में योग दिया। सितंबर 2022 में आपूर्ति सितंबर 2021 की तुलना में 100 हज़ार बीपीडी अधिक था।
रूस ने मार्च में स्वेच्छा से तेल उत्पादन में फ़रवरी के 9.95 मिलियन बीपीडी के स्तर से 5 लाख बीपीडी की कटौती करना प्रारंभ कर दिया। यह उपाय 2024 के अंत तक लागू रहेगा। इसके अतिरिक्त, अगस्त से रूस तेल निर्यात में कटौती कर रहा है। पहले महीने में 5 लाख बीपीडी की कटौती देखी गई। सितंबर से दिसंबर तक कटौती की मात्रा 300 लाख बीपीडी होगी।
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