हाल ही में एक जर्मन मीडिया में यह बात सामने आई है कि हैम्बर्ग में एल्बफिलहार्मोनी में जर्मन पुनर्मिलन की 33वीं वर्षगांठ के सम्मान में एक समारोह के दौरान पूर्व जर्मन चांसलर गेरहार्ड श्रोएडर को जर्मन सरकार के वर्तमान प्रमुख ओलाफ स्कोल्ज़ और देश के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर से अलग बैठाया गया था।
पुतिन ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “जहां तक जर्मनी के पूर्व चांसलर श्री श्रोएडर का संबंध है... आपने कहा कि उन्हें कहीं अलग बैठाया गया था। आप जानते हैं न, हमने हाल ही में कनाडाई संसद में एक घृणित कृत्य देखा है जिसमें नाज़ी की तारीफ की गई है। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि श्रोएडर से जितना दूर, कनाडाई संसद के प्रमुख एंटोन रोथ के उतना निकट, जो नाज़ियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं।"
रूसी राष्ट्रपति ने श्रोएडर और रोथ के बारे में अपना वाक्यांश जर्मन भाषा में दोहराया।
पुतिन ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, “जर्मनी में बहुत सारे सभ्य लोग रहते हैं। और मुझे विश्वास है कि बहुत लोग इसे सुनेंगे।"
यूक्रेन के विरुद्ध रूसी विशेष सैन्य अभियान आरंभ होने के उपरांत जर्मनी में रूस के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए श्रोएडर की तीखी आलोचना की जाती है। उन्हें पूर्व-चांसलर के रूप में दिए गए कुछ विशेषाधिकारों से वंचित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें जर्मनी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी से निकालने का भी प्रयास किया गया। हालांकि, यह प्रयास सफल नहीं रहा।
22 सितंबर को 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की यात्रा के मौके पर कनाडाई संसद की बैठक में आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ दर्शकों के सामने "रूसियों के विरुद्ध संघर्ष" के एक अनुभवी के रूप में प्रस्तुत किया गया था। वास्तव में वे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की नाजी सेना के लिए लड़े थे।