आपदा प्रबंधन मंत्रालय के सचिव कमरुल हसन ने कहा कि बिजली की लाइनें काट दी गईं और तटीय गांवों और द्वीपों पर भारी बारिश हुई, लेकिन बड़े पैमाने पर बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।
"हमने 273,352 लोगों को चक्रवात आश्रयों में पहुंचाया," हसन ने कहा कि दो लोगों की मौत हो गई, एक की मौत पेड़ गिरने से हुई और दूसरे की मौत एक इमारत ढहने से हुई।
साथ ही उन्होंने कहा कि "कम से कम 10 लोग घायल हो गए और उनका अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।"
इस बीच बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ मुहम्मद अबुल कलाम मलिक ने कहा कि हामून ने बुधवार सुबह तड़के चटगांव और कॉक्स बाजार तटीय जिलों में 104 किलोमीटर (65 मील) प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक दी।
दरअसल हामून बांग्लादेश के तट पर आने वाला नवीनतम प्रमुख तूफान है, दक्षिण एशियाई राष्ट्र में गंभीर मौसम की घटनाओं की संख्या बढ़ रही है क्योंकि जलवायु परिवर्तन बड़े और घातक तूफानों को बढ़ावा दे रहा है।
बता दें इसी साल मई में, चक्रवात मोका नवंबर 2007 में चक्रवात सिद्र के बाद बांग्लादेश में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान बन गया। सिद्र ने 3,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी और उससे अरबों डॉलर की क्षति हुई थी।