https://hindi.sputniknews.in/20231025/bangladesh-men-chkrwat-hamun-se-do-ki-maut-lakhon-log-ne-rahat-shivir-men-li-sharan-5059649.html
बांग्लादेश में चक्रवात हामून से दो की मौत, लाखों लोग ने राहत शिविर में ली शरण
बांग्लादेश में चक्रवात हामून से दो की मौत, लाखों लोग ने राहत शिविर में ली शरण
Sputnik भारत
चक्रवात हामून की वजह से बुधवार को बांग्लादेश में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और लगभग 275,000 लोग राहत शिविर में शरण ली, अधिकारियों ने कहा। 25.10.2023, Sputnik भारत
2023-10-25T14:52+0530
2023-10-25T14:52+0530
2023-10-25T16:24+0530
विश्व
बांग्लादेश
तूफान
चक्रवात मोका
मौसम
बारिश
जलवायु परिवर्तन
पश्चिम बंगाल
दक्षिण एशिया
आपदा राहत
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/06/10/2511863_0:129:3183:1919_1920x0_80_0_0_f480da8c32d7a618c1d74fd04fc8ed10.jpg
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के सचिव कमरुल हसन ने कहा कि बिजली की लाइनें काट दी गईं और तटीय गांवों और द्वीपों पर भारी बारिश हुई, लेकिन बड़े पैमाने पर बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।साथ ही उन्होंने कहा कि "कम से कम 10 लोग घायल हो गए और उनका अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।"इस बीच बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ मुहम्मद अबुल कलाम मलिक ने कहा कि हामून ने बुधवार सुबह तड़के चटगांव और कॉक्स बाजार तटीय जिलों में 104 किलोमीटर (65 मील) प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक दी।दरअसल हामून बांग्लादेश के तट पर आने वाला नवीनतम प्रमुख तूफान है, दक्षिण एशियाई राष्ट्र में गंभीर मौसम की घटनाओं की संख्या बढ़ रही है क्योंकि जलवायु परिवर्तन बड़े और घातक तूफानों को बढ़ावा दे रहा है।बता दें इसी साल मई में, चक्रवात मोका नवंबर 2007 में चक्रवात सिद्र के बाद बांग्लादेश में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान बन गया। सिद्र ने 3,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी और उससे अरबों डॉलर की क्षति हुई थी।Google News पर Sputnik India को फ़ॉलो करें!
https://hindi.sputniknews.in/20231024/bangal-ki-khadi-se-utha-chakrvaat-hamoon-ganbhir-chakrvaat-mein-badla-mausam-vibhag-5038575.html
बांग्लादेश
पश्चिम बंगाल
दक्षिण एशिया
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/06/10/2511863_227:0:2956:2047_1920x0_80_0_0_230f299221acbdbf5d1063ff5f1b53a2.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
बांग्लादेश, तूफान, चक्रवात मोका, मौसम, बारिश, जलवायु परिवर्तन, पश्चिम बंगाल, दक्षिण एशिया, आपदा राहत, दुर्घटना
बांग्लादेश, तूफान, चक्रवात मोका, मौसम, बारिश, जलवायु परिवर्तन, पश्चिम बंगाल, दक्षिण एशिया, आपदा राहत, दुर्घटना
बांग्लादेश में चक्रवात हामून से दो की मौत, लाखों लोग ने राहत शिविर में ली शरण
14:52 25.10.2023 (अपडेटेड: 16:24 25.10.2023) चक्रवात हामून की वजह से बुधवार को बांग्लादेश में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और लगभग 275,000 लोग राहत शिविर में शरण ली, अधिकारियों ने कहा।
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के सचिव कमरुल हसन ने कहा कि बिजली की लाइनें काट दी गईं और तटीय गांवों और द्वीपों पर भारी बारिश हुई, लेकिन बड़े पैमाने पर बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।
"हमने 273,352 लोगों को चक्रवात आश्रयों में पहुंचाया," हसन ने कहा कि दो लोगों की मौत हो गई, एक की मौत पेड़ गिरने से हुई और दूसरे की मौत एक इमारत ढहने से हुई।
साथ ही उन्होंने कहा कि "कम से कम 10 लोग घायल हो गए और उनका अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।"
इस बीच बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ मुहम्मद अबुल कलाम मलिक ने कहा कि हामून ने बुधवार सुबह तड़के चटगांव और कॉक्स बाजार तटीय जिलों में 104 किलोमीटर (65 मील) प्रति घंटे की
रफ्तार से दस्तक दी।
दरअसल हामून बांग्लादेश के तट पर आने वाला नवीनतम प्रमुख तूफान है, दक्षिण एशियाई राष्ट्र में गंभीर मौसम की घटनाओं की संख्या बढ़ रही है क्योंकि जलवायु परिवर्तन बड़े और घातक तूफानों को बढ़ावा दे रहा है।
बता दें इसी साल मई में,
चक्रवात मोका नवंबर 2007 में चक्रवात सिद्र के बाद बांग्लादेश में आने वाला सबसे
शक्तिशाली तूफान बन गया। सिद्र ने 3,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी और उससे अरबों डॉलर की क्षति हुई थी।