रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित, मंगलवार सुबह लॉन्च की गई मिसाइल ने अपने सभी मिशन उद्देश्यों को हासिल कर लिया। ट्रैकिंग उपकरणों ने समुद्र तट के साथ-साथ इसके पथ का बारीकी से अनुसरण किया।
बता दें कि सितंबर में, भारत के रक्षा मंत्रालय ने वास्तविक नियंत्रण रेखा और नियंत्रण रेखा पर तैनात करने के लिए 'प्रलय' बैलिस्टिक मिसाइलों की एक रेजिमेंट के अधिग्रहण को मंजूरी दी।