भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अब अपने भविष्य के रोबोटिक अंतरिक्ष अन्वेषण की तैयारी कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी अब युवाओं को अंतरिक्ष अन्वेषण का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित कर रही है।
यह सुनहरा अवसर युवाओं को रोबोटिक रोवरों के निर्माण के लिए मौलिक विचारों और डिज़ाइनों के साथ आने को प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा, इसरो सबसे उत्कृष्ट प्रस्तावों को पहचानने और चयन करने के लिए एक ‘अंतरिक्ष प्रतियोगिता’ आयोजित करने जा रहा है।
इसरो के एक बयान में कहा गया, “इसरो का यूआर राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी) स्पेस रोबोटिक्स चैलेंज के साथ भविष्य के मिशनों के लिए रोबोटिक रोवरों के नए विचारों और डिजाइनों के साथ आने के लिए देश के युवाओं को आमंत्रित कर रहा है।”
इसरो के अनुसार, इसका उद्देश्य अंतरिक्ष रोबोटिक्स को अवसर प्रदान करना तथा इसरो के आगामी मिशनों के लिए देश के युवाओं के बीच रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना है।
प्रतियोगिता में एक इंजीनियरिंग परियोजना शामिल है जहां कॉलेज के छात्रों को ऐसी रोबोट बनाने को आमंत्रित किया जाता है, जो अंतरिक्ष में सामने आने वाली चुनौतियों के आधार पर कार्य करने में सक्षम होंगी।
ज्ञात हुआ है कि टीमों का चयन करने के बाद उन्हें अगस्त 2024 में यूआरएससी बेंगलुरु परिसर में आमंत्रित किया जाएगा, जहां टीमें आवश्यक कार्य करेंगी।