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वेनिला द्वीप समूह की समुद्री सुरक्षा में कैसे योगदान देता है भारत?

हाल ही में गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव में विभिन्न बहुपक्षीय पहलों पर चर्चा की गई। इस आयोजन का लक्ष्य हिंद महासागर क्षेत्र के राज्यों को एक साथ लाना था। Sputnik India ने भारत के लिए वेनिला द्वीप के महत्व को बेहतर ढंग से समझने के लिए विशेषज्ञों से बात की।
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वनीला द्वीप समूह दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में स्थित छह द्वीप देशों का समूह है। इसमें रीयूनियन, मैयट, सेशेल्स, मेडागास्कर, कोमोरोस और मॉरीशस सम्मिलित है। यह द्वीप समूह भारत के भूराजनीतिक हितों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पिछले महीने भारतीय नौसेना द्वारा गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव (जीएमसी) का चौथा संस्करण आयोजित किया गया, जो हिंद महासागर क्षेत्र में पनपने वाली अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटता है। इस कार्यक्रम में बांग्लादेश, कोमोरॉस, इंडोनेशिया, मेडागास्कर, मलेशिया, मॉलदीव, मॉरीशस, म्यांमार, सेशेल्स, सिंगापुर, श्रीलंका और थाईलैंड सहित 12 हिंद महासागरीय देशों के प्रतिनिधियों की मेजबानी की गई।
ऐसे में Sputnik India ने सेशेल्स में क्षेत्रीय समन्वय संचालन केंद्र (आरसीओसीएस) में मॉरीशस के अंतरराष्ट्रीय संपर्क अधिकारी आउटम कुमार गुनेस और चेन्नई सेंटर फॉर चाइना स्टडीज के महानिदेशक आरएस वासन से बात की।

वेनिला द्वीप समूह में समुद्री सुरक्षा मुद्दे

गुनेस ने कहा, “सबसे छोटे द्वीपीय राज्यों के लिए मछली पकड़ना उनके राजस्व का प्राथमिक स्रोत है, और हिंद महासागर बड़ी मात्रा में अवैध, असूचित और अनियमित मछली पकड़ने का गढ़ बना हुआ है।”

उन्होंने कहा, “इसके अतिरिक्त, चूंकि प्रसिद्ध दक्षिणी मार्ग बदल गए हैं और वेनिला द्वीप समूह को ड्रग ट्रांस-शिपमेंट के लिए प्रवेश बिंदु के रूप में उपयोग किया जाता है, इसलिए द्वीपों पर मादक पदार्थों की समस्या विशेष रूप से प्रासंगिक है। साथ ही, मादक पदार्थ द्वीप राज्यों के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्रों (ईईजेड) के माध्यम से चल रहे हैं।”

इस बीच, अधिकारी ने अवैध प्रवासियों की आवाजाही पर जोर देकर कहा, “यह कानून प्रवर्तन विफलता के बजाय मानवता के लिए एक आपदा है। पुरुष, महिलाएं और बच्चे छोटी नौकाओं के एक बेड़े के माध्यम से श्रीलंका से दक्षिणी तट तक अवैध रूप से यात्रा कर रहे हैं।”
उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, अवैध प्रवासन विशेष रूप से मोज़ाम्बिक जलसन्धि में प्रचलित है, जो मोजांबिक को मेडागास्कर से अलग करती है।
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कानूनी प्रवर्तन का अभाव

गुनेस ने आगे कहा कि अवैध आप्रवासन, मादक पदार्थों की तस्करी और मछली पकड़ने ने हाल के वर्षों में मछली पकड़ने वाली नौकाओं को परिवहन के साधन में परिवर्तित कर दिया है। छोटे द्वीप राज्यों को निगरानी विमानों की कमी के कारण ऐसी परिस्थितियों में परेशानी होती है।

उन्होंने कहा, एक और कारक यह है कि द्वीप समूह में स्थित देशों की सरकारों के मध्य सूचना साझा करने की कमी देखने को मिलती है।

अधिकारी ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि जिन व्यक्तियों को संयुक्त समुद्री बलों (सीएमएफ) या अन्य विदेशी देशों द्वारा ड्रग्स रखने के लिए पकड़ा जाता है और फिर रिहा कर दिया जाता है, वे प्रायः अपने पिछले व्यवहार पर लौट आते हैं। यह कानून के ढीले कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप होता है।

भारत के लिए वेनिला द्वीप समूह का महत्व

गुनेस ने कहा, “Covid-19 ने वैश्वीकरण के महत्व को बेहतर ढंग से समझने में योगदान दिया है और भारत के वैक्सीन मैत्री अभियान ने इस संबंध में बड़ी भूमिका निभाई है। जब मैंने सेशेल्स का दौरा किया तो सीमाएँ बंद थीं और भारत ने छोटे देश के राज्यों की सहायता के लिए बड़ी संख्या में लोगों को टीके उपलब्ध कराए।”

उन्होंने आगे कहा कि मुंबई हमले के बाद वेनिला को भारत की ओर से एक तटीय निगरानी रडार (सीएसआर) मिला।

कोई औपचारिक वित्तीय समझौता न होने पर भी दिल्ली वेनिला द्वीप राज्यों की समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
वासन ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि यह सहायता संपूर्ण हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण, देश के बड़े ईईजेड की लगातार हवाई और सतह-आधारित निगरानी, और अवैध समुद्री गतिविधियों के विरुद्ध रक्षा का रूप लेती है।
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विशेषज्ञ ने इस बात पर भी बल दिया कि मानवीय सहायता और सुनामी या जल संकट जैसी आपदा राहत की आवश्यकता वाली स्थितियों में भारत ने वेनिला द्वीप समूह के लिए प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में कार्य करने की अपनी क्षमताओं को सिद्ध किया है।

वेनिला द्वीप समूह को भारतीय प्रवासियों का लाभ

वासन के अनुसार, हिंद महासागर सत्ता संघर्ष का अखाड़ा बन गया है और हर देश के अपने-अपने हित हैं। हालांकि, यह तथ्य कि भारतीय प्रवासी भारतीय निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाते हैं, भारत को इस क्षेत्र में अन्य देशों पर बढ़त देता है।

वासन ने कहा, “मॉरीशस, जिसके साथ भारत के घनिष्ठ ऐतिहासिक और वाणिज्यिक संबंध हैं, अफ्रीका में भारतीय निवेश के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है। भारत की ओर से निवेश में मॉरीशस का हिस्सा 70 प्रतिशत से अधिक है। रीयूनियन के समान, सेशेल्स भारतीय उद्यमों के लिए व्यापार की ढेर सारी संभावनाएं प्रस्तुत करता है, इसलिए इन देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार हो रहा है'।”

भारत के समुद्री सुरक्षा हितों पर चर्चा करते हुए, विशेषज्ञ ने कहा कि मैयट और कोमोरोस पूर्वी अफ्रीका और प्रमुख शिपिंग लेन के निकट स्थित होने के कारण महत्वपूर्ण हैं। इन देशों को एक बड़ी प्रवासी जनसंख्या से लाभ होता है जो खुफिया जानकारी साझा करने, संयुक्त सैन्य अभ्यास और समुद्री डकैती व अन्य समुद्री संकटों के विरुद्ध सहयोग को अधिक महत्व देता है।
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